भोपाल। मध्यप्रदेश में हड़ताल कर रहे अतिथि शिक्षक, अतिथि विद्वान एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व कर्मचारियों को वेतन इंक्रीमेंट दिखाकर शांत करने की कोशिश की जा रही है। मंत्रालय की ओर से खबर लीक कराई गई है कि राज्य सरकार चुनावी साल के बजट में शासकीय स्कूलों में काम कर रहे अतिथि शिक्षकों, कॉलेजों में सेवाएं देने वाले अतिथि विद्वानों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायकों का मानदेय डेढ़ से दो गुना तक बढ़ा सकती है। ये सभी नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं। एक स्थाई शासकीय कर्मचारी का दर्जा मांग रहे हैं।
मंत्रालय के सूत्रों ने दावा किया है कि वित्त विभाग ने लगभग पूरी तैयारी कर ली है। बजट में इसकी घोषणा हो जाती है। इससे सीधे तौर पर करीब तीन लाख परिवारों को फायदा पहुंचेगा। बता दें कि यह मप्र शासन की ओर से आधिकारिक सूचना नहीं है। संभव है इस तरह की किसी खबर के माध्यम से नाराज कर्मचारियों को शांत करने की कोशिश की जा रही हो। बता दें कि मध्यप्रदेश में अतिथि शिक्षकों ने तालाबंदी कर रखी है जबकि अतिथि विद्वान भी मुंडन कराने के बाद हड़ताल पर चले गए हैं। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व कर्मचारियों ने पिछले दिनों बड़ी संख्या में प्रदर्शन किया था।
अभी किसे-कितना मानदेय
80 हजार अतिथि शिक्षकों को 2500 से 4500 रुपए मानदेय मिल रहा है।
1.80 लाख कार्यकर्ता और सहायक 90 हजार आंगनबाड़ियों में सेवारत हैं। इसमें कार्यकर्ता काे 5000, सहायक को 2750, उप आंगनबाड़ी कार्यकर्ता काे 1500 रुपए मिल रहे हैं।
10 हजार अतिथि विद्वान 275 रुपए प्रति पीरियड के हिसाब से भुगतान। 12000 से 20000 तक मानदेय दिया जाता है।