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एएसपी (क्राइम ब्रांच) अमरेंद्र सिंह ने बताया कि अनिता पिता बाबूसिंह भदौरिया निवासी पल्हर नगर (एरोड्रम) की शिकायत पर रितु उर्फ लवली पिता महेश यादव निवासी वैभव नगर (कनाड़िया) को गिरफ्तार किया गया है। अनिता ने बताया कि 2 फरवरी को उसने स्थानीय समाचार-पत्र में बंपर नौकरी का विज्ञापन देखा था। इसके लिए मोबाइल नंबर पर संपर्क करने को कहा गया था। कॉल करने पर महिला ने फोन उठाया और अगले दिन दस्तावेज सहित 7 हजार रुपए लेकर एलआईजी चौराहा स्थित ऑफिस पर बुलाया। कार्यालय के बजाय रितु अपनी कार में बैठी मिली। एक गली में ले जाकर उसने सुपरवाइजर की नौकरी दिलाने के नाम पर रुपए और मार्कशीट सहित अन्य दस्तावेज ले लिए।
पते पर मिला खाली प्लॉट
एएसपी ने बताया अनिता ने दोबारा रितू से संपर्क किया तो उसका मोबाइल नंबर बंद मिला। इसके बाद उसने वी केयर फॉर यू में शिकायत की। नंबर की जांच में सामने आया कि नंबर रितु के नाम से रजिस्टर्ड है। पुलिस पते पर पहुंची तो वहां खाली प्लॉट मिला। इलाके में पूछताछ की तो पता चला वह कुछ दिन पहले यहां से घर खाली करके चली गई। पुलिस ने उसे सिम बेचने वाले को पकड़कर पूछताछ की तो पता चला रितु सुंदरनगर में रहने लगी है। इस पर पुलिस ने उसके घर दबिश देकर पकड़ लिया।
इकबाल से की थी लवमैरिज, फिर शुरू किया ठगी का धंधा
पूछताछ में रितु ने बताया कि वह बीकॉम की छात्रा है। इकबाल नामक युवक से शादी करने के बाद वह माता-पिता से अलग रहने लगी थी। पति नयापुरा स्थित लोहे के कारखाने में काम करता है। आय कम होने से दोनों ने युवक-युवतियों को ठगना शुरू किया था। विज्ञापन देने के बाद कई लोग संपर्क करते थे। चार माह पहले पति से विवाद के बाद वह अकेले ही ठगी करने लगी थी। चार-चार महीने में मोबाइल नंबर और घर बदल लेती थी। इस कारण कभी पकड़ी नहीं गई। पुलिस इकबाल की तलाश कर रही है।