जबलपुर। 30 जनवरी को वह रोज की तरह 10:30 बजे मेट्रो बस में बैठकर कॉलेज पहुंची। कॉलेज पहुंचने के कुछ देर बाद ही क्षेत्र में रहने वाले पिंटू सेन ने उसे फोन करके जरुरी काम होने की बात कहकर शास्त्री ब्रिज चौक आने को कहा। वह वहां पहुंची, तो पिंटू बाइक लेकर खड़ा था, जिसने उसे बाइक में बैठाया और तीन पत्ती चौक ले गया। जहां एम्बुलेंस में क्षेत्र में रहने वाले पिंटू के तीन अन्य साथी भी थे। लगभग 11:30 बजे एम्बुलेंस में उसे जबरदस्ती बैठाकर रांझी बस स्टेण्ड के पास ले गए। रास्ते में ही एम्बुलेंस में चारों ने उसके साथ दुराचार किया। इसके बाद उसे फिर शास्त्री ब्रिज चौक छोड़कर भाग गए।
मंगलवार को जनसुनवाई में अपने परिचित के साथ एसपी शशिकांत शुक्ला के पास पहुंचकर छात्रा ने शिकायत की। मामले की जांच के लिए एएसपी शहर संजीव उइके और सीएसपी गोरखपुर अंजुलता पटेल को निर्देश दिए गए। जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ रामपुर चौकी में गैंगरेप का मामला दर्ज किया।
19 जनवरी को हुआ था विवाद
छात्रा ने बयानों में बताया कि 19 जनवरी को रामपुर क्षेत्र में उसके घर के पास कुछ बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे। वह टूयूशन पढ़ा रही थी। पढ़ाई कराने में परेशानी होने पर उसकी मां ने उन बच्चों को दूसरी जगह जाकर खेलने को कहा। उन बच्चों में पिंटू का रिश्तेदार भी था, जिसके बाद क्षेत्र की महिलाएं उसकी मां से विवाद करने लगी। दोनों पक्षों में मारपीट तक की नौबत आ गई थी। मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाकर समझाईश भी दी थी।
सहेलियों और अन्य से की पतासाजी
छात्रा घर में कोचिंग पढ़ाती है। जबकि मदनमहल क्षेत्र में स्थित एक कालेज में बीएससी सैंकेंण्ड ईयर की छात्रा है। उसके बयानों के आधार पर उसकी सहेलियों और क्षेत्र के लोगों से भी जानकारी जुटाई जा रही है। हालांकि जिनपर दुराचार का आरोप है उनमें से एक व्यक्ति शहर में ही नहीं होने की बात कह रहा है। मामले की जांच की जा रही है।
तबीयत खराब होने पर परिजन को किया फोन
छात्रा ने शिकायत में बताया कि आरोपियों ने उसे शास्त्री ब्रिज चौक पर धमकाते हुए छोड़ा और वह भाग निकले। किसी तरह से वह कॉलेज पहुंची। उसकी तबीयत बिगड़ रही थी, जिसे देखकर उसकी सहेलियों ने उसके परिजन को सूचना दी। जो उसे कॉलेज से घर ले गए। तनाव और दहशत के कारण वह शिकायत नहीं कर पाई। परिजन को उसे हिम्मत दी, जिसके बाद उसने मामले की शिकायत की।