नई दिल्ली। कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कर्नाटक के आथनी से अपने तीन दिन के दौरे की शुरुआत की। इस दौरान रैली में उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्र की बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला। राहुल ने पीएम मोदी को रोजगार, भ्रष्टाचार और किसानों के मुद्दों पर घेरा और साथ ही मोदी द्वारा कांग्रेस पर किए गए हमलों का जवाब भी दिया। राहुल ने कहा कि पीएम मोदी कहते हैं कि मैं दो करोड़ युवाओं को रोजगार दूंगा, तो क्या उन्होंने यह करके दिखाया? साथ ही पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार मिटाने का वादा भी किया था, लेकिन भ्रष्टाचार कम नहीं हुआ।
पीएम मोदी इन मामलों में कुछ क्यों नहीं बोलते
राहुल ने कहा कि पीएम अलग-अलग भाषण में कांग्रेस और भ्रष्टाचार के बारे में बोलते हैं लेकिन मैं पूछना चाहूंगा कि आपके पूर्व मुख्यमंत्री येदयुरप्पा जेल गए, दूसरी तरफ आपके 4 मंत्री जेल गए। राहुल ने कहा कि पीएम लंबे भाषण देते हैं, लेकिन राफेल पर एक शब्द नहीं कहते। नोटबंदी के बाद गब्बर सिंह टैक्स लागू किया, लाखों रुपये उड़ा दिए लेकिन जब जय शाह अपने बिजनेस में 50000 रुपये को 3 महीने में 80 करोड़ में बदलता है तो उसके बारे में नरेंद्र मोदी कुछ नहीं कहते हैं।
राहुल ने कहा कि वहीं 22 हजार करोड़ का घोटाला होता है। नीरव मोदी बैंक से 22000 करोड़ रुपये लेकर भाग जाता है और आप कहते हैं कि कार्रवाई करेंगे। पहले आप यह बताइए कि नीरव मोदी पीएम नरेंद्र मोदी की नज़र के नीचे से इतने पैसे बैंक से कैसे निकलवा लिए।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बेलगांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 'कांग्रेस पार्टी मींस बिजनेस। राहुल ने कहा कि, “अगर आपको 'काम की बात’ सुननी हो, “मन की बात” नहीं तो हमारी बात सुनो। हम अपने ‘मन की बात’ नहीं करते हैं। हम आपके ‘काम की बात’ करते हैं। हम आपके लिए काम करते हैं और हम कांग्रेस के लोग आम जनता के लिए हमेशा काम करते रहेंगे।
आपको बता दें कि 2019 का चुनावी दंगल करीब आ रहा है वैसे ही कांग्रेस और भाजपा के बीच जंग तेज होती जा रही है। सूत्रों के मुताबिक सोची-समझी रणनीति के तहत कांग्रेस पार्टी के नेता और कार्यकर्ता लोगों से अब ‘काम की बात’ करेंगे। कांग्रेस पार्टी अब जनता के बीच जाएंगे उनको बताएगी पिछले कई कांग्रेस सरकारों ने क्या-क्या कार्य किए हैं। इतना ही नहीं कांग्रेस के नेता लोगों को यह भी बताएंगे कि वो कौन-कौन से कार्य हैं जो कांग्रेस ने किए हैं, लेकिन BJP उसे अपना कार्य बता कर श्रेय ले रही है।
कांग्रेस के नेताओं ने कार्यकर्ताओं को भी सलाह दी है कि भाजपा के प्रधानमंत्री मोदी के ‘मन की बात’ को अब ‘काम की बात’ से टक्कर दी जाएगी। कर्नाटक में पहले ही राहुल ने सभी वरिष्ठ नेताओं को जता दिया है कि वह विकास की बात करेंगे। अपने कार्यकाल में हुए डिवेलपमेंट के कामों की बात करेंगे ना कि अपने विरोधियों पर निजी टिप्पणियां या कम्युनल बातें। कुछ दिन पहले जब राजस्थान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी से दिल्ली में मिल कर आए तो उन्होंने भी कहा था कि राहुल ने हमसे जनता से जुड़ने और और उनके मुद्दे व परेशानी सुनने को कहा है।