भोपाल। माखनलाल यूनिवर्सिटी की छात्रा से बलात्कार और उसकी मां को किडनैप करने के आरोप में कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे बुरी तरह फंस चुके हैं। कटारे ने एफआईआर को रद्द कराने के लिए हाईकोर्ट में याचिका लगाई है, इधर भोपाल कोर्ट ने कटारे का गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया। एसटीएफ का कहना है कि कटारे और विक्रमजीत सिंह के फोन बंद आ रहे हैं। उनकी लोकेशन नहीं मिल रही है। दोनों पर 10-10 हजार का इनाम भी घोषित किया जा चुका है। अब संपत्ति कुर्की की तैयारियां चल रहीं हैं।
इससे पहले कटारे ने एक वीडियो बयान में कहा था कि 48 घंटे के भीतर वो अपनी बेगुनाही के सबूत पेश करेंगे परंतु ऐसा नहीं हुआ। इधर मध्यप्रदेश के कांग्रेस एमएलए हेमंत कटारे के मामले में पीड़िता का एक और वीडियो वायरल हुआ है। पीड़िता का कहना है कि, एक रेप विक्टिम होने के बावजूद उसे टॉर्चर किया जा रहा है और हेमन्त कटारे मेरी जिंदगी बर्बाद करने के बाद भी खुलेआम बाहर घूम रहा है। खुद को बचाने के लिए लगातार मुझे बदनाम कर रहा है। लड़की का कहना है की आरोपी विधायक लगातार उसके खिलाफ बुरे आरोप लगा रहे हैं।
भिंड से खबर आ रही है कि कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे की संपत्ति की रिपोर्ट प्रशासन ने तैयार कर ली है। भोपाल के महिला थाना और बजरिया थाना पुलिस ने यह रिपोर्ट मांगी थी। इस रिपोर्ट के लिए रविवार को भोपाल के जहांगीराबाद थाने से हवलदार मोहम्मद यूसुफ बंद लिफाफा लेकर आया था। सोमवार को दूसरे दिन हवलदार वापस भोपाल रवाना हो गया है।
चुनावी शपथ पत्र से की पड़ताल
अटेर विधायक कटारे की सपंत्ति की पड़ताल के लिए उप चुनाव के समय उनकी ओर से निर्वाचन आयोग को दिए गए शपथ पत्र का भी सहारा लिया गया है। शपथ पत्र में हेमंत कटारे के नाम वार्ड 37 अग्रवाल कॉलोनी में दो भूखंड हैं, जो उन्होंने वर्ष 2011 और 2014 को खरीदना बताया था। जगराम नगर स्थित मकान विधायक कटारे की मां के नाम है। इसके अलावा अटेर और मनेपुरा गांव में संपत्ति की रिपोर्ट अटेर तहसीलदार केके शर्मा ने तैयार कर दी है। भिंड तहसीलदार और अटेर तहसीलदार दोनों ने सोमवार को दूसरे दिन अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली हैं।