भोपाल। मध्यप्रदेश में अब दिव्यांग सरकार के सामने गिड़गिड़ाते रहने को तैयार नहीं। पिछले दिनों राजधानी में नेत्रहीनों ने जबर्दस्त 'जिद्दी आंदोलन' किया था। आज ग्वालियर संभाग के मुरैना जिले में स्वास्थ्य मंत्री रुस्तम सिंह की सभा में दिव्यांगों ने ऐसा हंगामा बरपाया कि मंत्रीजी को बीच में ही भाषण रोकना पड़ा। बाद में मंत्री ने इसे प्रायोजित प्रदर्शन बताया। दिव्यांगों का आरोप था कि सरकारी अधिकारी उनके पास तक योजनाओं का लाभ पहुंचने ही नहीं दे रहे।
मुरैरा में शनिवार 17 फरवरी 2018 को शहर के भीमराव स्टेडियम में जिला स्तरीय अंत्योदय मेले का आयोजन किया गया था, जिसमें समाज के जरूरतमंद लोगों को योजनाओं को तहत लाभान्वित किया जाना था और सामूहिक विवाह कन्यादान का कार्यक्रम था। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री रूस्तम सिंह मौजूद थे।
मंत्री ने दावा किया तो भड़क उठे दिव्यांग
कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने सरकार की योजनाओं का जिक्र करते हुए दावा किया कि उनकी सरकार ने हर जरूरतमंद नागरिक को लाभ पहुंचाया है तो कुछ दिव्यांग लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। दिव्यांगों का कहना है कि सरकार हम लोगों के लिए कई योजनाएं चला रही है लेकिन स्थानीय स्तर पर इन योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। साथ ही दिव्यांगों ने कहा कि सालों से विभाग के चक्कर काट रहे हैं, मांग को लेकर धरना प्रदर्शन भी किया, इसके बाद भी प्रशासन उनकी नहीं सुनता।
मंत्री ने कहा प्रायोजित था हंगामा
हालांकि, स्वास्थ्य मंत्री ने इस हंगामे को प्रायोजित बताते हुए कहा कि सरकार दिव्यांगों के लिए कई योजनाएं चला रही हैं। अगर दिव्यांगों को इसका लाभ नहीं मिलता तो पता किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि पहले की सरकारें दिव्यांग लोगों के लिए कुछ भी नहीं करती थी इसीलिए कोई आवाज नहीं उठाता था। सरकर दे रही है तो जिसको लाभ नहीं मिल पाता वह अपने हक़ के लिए आवाज उठाता है।