भोपाल। मध्यप्रदेश मुंगावली उपचुनाव में टिकट ना मिलने से नाराज हुए डॉक्टर केपी सिंह यादव अब भाजपा के प्रभावशाली नेता बन गए हैं। सीएम शिवराज सिंह ने धूमधाम के साथ उन्हे भाजपा ज्वाइन कराई लेकिन मुुंगावली की दीवारों पर डॉक्टर केपी सिंह यादव आज भी कांग्रेस का प्रचार करते नजर आ रहे हैं। पूरी विधानसभा में ऐसी हजारों दीवारें रंगी हुईं हैं जिन पर लिखा है 'अबकी बार सिंधिया सरकार' नीचे नाम भी लिखा है, डॉक्टर केपी सिंह यादव। लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि केपी सिंह आखिर क्या इशारा कर रहे हैं।
समान्यत: ऐसी स्थिति में जब दलबदल होता है तो संबंधित नेता अपनी प्रचार सामग्री हटा लेता है। केपी यादव ने पूरी विधानसभा में दीवारों पर यह प्रचार अपने खर्चे से विधानसभा चुनाव के पूर्व कराया था परंतु उन्हे टिकट नहीं मिला तो वो ज्योतिरादित्य सिंधिया से नाराज हो गए और भाजपा ज्वाइन कर ली। माना जा रहा था कि उनकी तमाम दीवारों को या तो सफेद पुतवा दिया जाएगा या फिर उन पर अब भाजपा का प्रचार नजर आएगा परंतु ऐसा कुछ नहीं हुआ। मतदान का दिन नजदीक आ गया है और दीवारों पर अब भी कांग्रेस का प्रचार नजर आ रहा है।
केपी सिंह यादव सिंधिया खेमे से सक्रिय नेता रहे हैं। डॉ. केपी यादव अशोकनगर जिले के बड़े नेता रघुवीर सिंह यादव के पुत्र हैं। डॉ यादव का परिवार 40 वर्षों से कांग्रेस पार्टी के साथ था। टिकट का ऐलान होने के बाद श्री यादव ने पत्रकारों से कहा था कि कि उनके साथ कांग्रेस में धोखा हुआ है और क्षेत्र के विकास के प्रति उनकी राह में रोड़े अटकाए गए है। इसलिए उन्होंने भाजपा के साथ आने का निर्णय किया है। अब माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव 2018 से पहले वो फिर कांग्रेस में घरवापसी कर सकते हैं।