भोपाल। मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में वनविभाग में अनुकंपा नियुक्ति का इंतजार कर रहा एक युवक जब निराश हो गया तो उसने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। युवक की तीन महीने पहले ही शादी हुई थी। उसे पूरी उम्मीद थी कि अनुकंपा नियुक्ति मिल जाएगी परंतु अधिकारियों ने उसे 2012 से यहां वहां परेशान कर रखा था। अंतत: उसने अपनी जीवनलीला ही समाप्त कर ली। बता दें कि मध्यप्रदेश में अनुकंपा नियुक्ति के नियम और नीतियां तो हैं परंतु नौकरशाही के जाल कुछ इस तरह से फैले हुए हैं कि लोगों को नियुक्तियां नहीं मिल रहीं हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, मोरहा गांव निवासी 24 वर्षीय श्रीराम के पिता शिवकुमार यादव वन विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर पदस्थ थे। इसी दौरान वर्ष 2012 में उनकी मृत्यु हो गई। पिता की मृत्यु के बाद श्री राम अनुकंपा नियुक्ति के लिए विभाग के चक्कर काटता रहा लेकिन उसे अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिली जिससे वह दिन-रात परेशान रहता था। इसी के चलते गुरुवार सुबह श्रीराम ने 315 बोर के देशी कट्टे से खुद को गोली मार ली। जिससे घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई।
गोली चलने की आवाज सुनकर सभी लोग जमा हो गए। इसकी सूचना पड़ोसी द्वारा पुलिस को दी गई। बताया गया है कि तीन माह पहले श्रीराम की शादी हुई थी इस समय उसकी पत्नी मायके में थी और घर में केवल उसकी मां थी। इसी दौरान उसने गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में प्रशासन ने भी चुप्पी साध रखी है, उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया है।