![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEidr11Jlixb9T_KRbL_KOeu91iSZ_SrofgMQAaITTRBrxK-bvz2VYbeq0tiEAbOVq5AHPWMGYU9Cv8m_P21oJvRyXruZ8odx_o-_KYRwCnhJy6GqeIfs3ef-XMamHx89iz1nHpbc9otyPU/s1600/55.png)
कांग्रेस नेता रमेश परिहार ने मंच से ऐलान किया था कि यदि ज्योतिरादित्य सिंधिया अनुमति दें तो अनर्गल बयानबाजी करने वाले भाजपा नेता प्रभात झा को सबक सिखा देंगे। झा ने चुनाव आयोग से रमेश परिहार की शिकायत की है। इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि यशोधरा राजे सिंधिया के चुनाव प्रचार में देरी से आने के क्या कारण रहे? तो उन्होंने कहा कि सबकी कार्य करने की अपनी-अपनी स्टाइल है। झा ने कहा कि हमारे देश में कुछ बड़े राजघराने थे जैसे निजामुद्दीन महाराज, बडोदरा महाराज, निमाड़ महाराज, सिंधिया महाराज। ग्वालियर की तरफ इशरा करते हुए कहा कि इन्हीं के कहने पर ही तो लोग फांसी चढ़ते थे और इन्हीं की तो यह बेटी हैं।
बता दें कि शिवपुरी विधायक एवं मप्र की मंत्री यशोधरा राजे का दुख केवल इतना ही है कि जिस राजमाता सिंधिया ने अपने निजी आभूषण तक भाजपा को दान कर दिए, उसी भाजपा के नेता उनके परिवार पर उंगली उठाते हैं। कभी इतिहास की बात करते हैं तो कभी पूरे परिवार को सामंतवादी बताते हैं। कुछ नेता यशोधरा राजे से केवल इसलिए चिढ़ते हैं क्योंकि वो सिंधिया हैं। उनके परिश्रम, ईमानदारी और लगन की कभी तारीफ नहीं की जाती। इन दिनों यशोधरा राजे सिंधिया को कोलारस विधानसभा की कमान दी गई है।