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ये है मांगें...
आंगनबाडी कार्यकर्ता एवं सहायिका को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए।
कार्यकर्ता को 18 हजार और सहायिका को 9 हजार रुपए प्रतिमाह न्यूनतम वेतन दिया जाए।
मिनी आंगनबाडी केंद्र में कार्यकर्ता को आंगनवाडी कार्यकर्ता के बराबर मानदेय दिया जाए।
सामाजिक सुरक्षा के तहत पीएफ, पेंशन, ग्रेच्युटी एवं चिकित्सा सुविधा दी जाए।
उम्र बंधन हटाते हुए पर्यवेक्षक पद योग्यता एवं अनुभव के आधार पर व्यापम के माध्यम से सीधी भर्ती का लाभ दिया जाए।
मानदेय एवं पोषाहार रााशि का भुगतान प्रतिमाह 1 से 10 तारीख तक और वेतन एवं यात्रा भत्ता 75 से बढाकर 500 रुपए भुगतान किया जाए।
मासिक रिर्पोट आॅनलाइन भेजने का व दुर्गम एवं कठिन क्षेत्रों में पदस्थ आंगनवाड़ी कर्मियों को कठिनाई भत्ता का भुगतान और बीमा राशि के लाभ में बढोतरी की जाए।
60 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर आंगनबाडी कार्यकर्ता को 1 लाख रु. और सहायिकाओं को 50 हजार रुपए एक मुश्त राशि दी जाए।
मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था, ग्राम पोषण एवं तदर्थ समितियों से अनुबंध कराकर किया जाए।