बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के रतनपुर में महामाया देवी को साक्षी रखकर एक युवती युवती ने लवमैरिज कर ली। यह अंतर्जातीय विवाह था। इसे लेकर सारा दिन हंगामा होता रहा। हाईप्रोफाइल ड्रामे की शूरूआत तब हुई जब मप्र के एक दिग्गज मंत्री का फोन छत्तीसगढ़ के एक मंत्री के पास पहुंचा। फिर भाजपा कार्यकर्ताओं की टोली इस प्रेमी युगल को खोजने निकली लेकिन जब तक पुलिस और भाजपा कार्यकर्ता पहुंच पाते, शादी हो चुकी थी। 2 मंत्रियों की पूरी ताकत और पुलिस का दवाब भी काम नहीं आया, अब यह ड्रामा पूरे सूबे में चर्चा का विषय बना हुआ है।
बिलासपुर के सरकंडा निवासी 22 वर्षीय छात्र इंदौर के एक इंस्टीट्यूट में एमबीए की पढ़ाई कर रहा है। वहीं उसके साथ मध्यप्रदेश के उज्जैन की छात्रा भी पढ़ रही थी। पढ़ाई करते-करते दोनों छात्र-छात्राओं के बीच दोस्ती हो गई और धीरे-धीरे उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई। फिर दोनों ने शादी करने का निर्णय लिया। युवक-युवती अलग-अलग जाति के थे। इसके चलते परिजन अंतरजातीय विवाह के लिए तैयार नहीं हुए। हालांकि, युवक-युवती को समझाइश देने के लिए शादी कराने का भरोसा दिलाया गया। लेकिन, बात नहीं बनी। इस बीच युवक-युवती की बातचीत चलती रही।
बीते दिनों युवती व युवक भागकर बिलासपुर आ गए। पिछले तीन दिन से दोनों एक साथ थे। इसकी भनक युवक के परिजन को भी लग गई। लिहाजा, युवक-युवती की जिद को देखकर झुक गए और युवती के परिजन को बताए बिना ही गुपचुप तरीके से उनकी शादी करने की योजना बनाई।
बुधवार को रतनपुर स्थित महामाया देवी मंदिर परिसर में उनकी शादी हुई। इसी बीच युवती के परिजन उन्हें ढूंढते हुए बिलासपुर आ गए। लेकिन, उन्हें युवक का पता-ठिकाना नहीं पता था। लिहाजा, उन्होंने मध्यप्रदेश के एक कद्दावर मंत्री को सूचना दी। दरअसल, उज्जैन निवासी युवती मंत्री की रिश्तेदार है। इस पर एमपी के मंत्री ने छत्तीसगढ़ के एक मंत्री से संपर्क किया। इसके बाद शुरू हुआ हाईप्रोफाइल ड्रामा। भाजपा कार्यकर्ताओं की टोलियां खोज में रवाना की गईं। लेकिन, जब तक मंत्री समर्थक युवक की जानकारी जुटाए और उसकी पहचान हुई, तब तक रतनपुर में शादी हो चुकी थी। फिर उनके बीच समझौता हुआ।
युवती के परिजन अपनी बेटी से एक बार मिलने की इच्छा जता रहे थे और उससे बातचीत करना चाह रहे थे। युवती ने बातचीत के दौरान शादी करने की बात स्वीकार की। इस दौरान युवती से चर्चा कर उसे समझाइश दी गई। शादी करने के बाद युवती ने दोनों पक्षों की बैठक में अपने परिजन के साथ जाने की इच्छा जताई। लिहाजा, समझौता के बाद उसे वापस भेज दिया गया है।
चाचा को देखते ही रोने लगी युवती
शादी के बाद युवती को परिजन से मिलाया गया। इस दौरान चाचा ने अकेले में बातचीत की। चर्चा के दौरान उसे बताया गया कि उसके पापा को अटैक आया है। लिहाजा, युवती चाचा से मिलकर रोने लगी। युवती ने शादी करना स्वीकार की लेकिन, उसने अपने परिजन के साथ जाने की बात कही।
दोनों पक्षों के बीच हुआ समझौता
युवक-युवती के शादी रचाने के बाद दोनों पक्षों के बीच समझौता वार्ता हुई। बताते हैं कि दोनों पक्षों ने लिखित समझौता किया है। युवती के परिजन ने उसकी गुमशुदगी व अपहरण का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है। मध्यप्रदेश पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज भी किया है।लेकिन युवती बालिग है। इसलिए पुलिस ने सीधे तौर पर हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया। लिखित समझौता करते हुए युवती ने अपनी मर्जी से युवक के साथ आने की बात कही है। वहीं उसके परिजन ने शीघ्र ही युवती की रीति रिवाज के साथ शादी करने का भरोसा दिलाया है।
पुलिस को नहीं लगी भनक
बुधवार को पूरे दिन इस चर्चित प्रकरण को लेकर भाजपा नेताओं में हड़कंप मचा रहा। पहले तो युवक की जानकारी जुटाई गई। फिर युवक की पहचान होने के बाद शादी की प्रक्रिया पूरी होने की खबर मिली। लिहाजा, दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ। इतना सब कुछ होने के बाद भी पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।