भोपाल। इंदौर के धाकड़ नेता एवं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मध्यप्रदेश में प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए चल रहे उनके नाम के संदर्भ में आज स्पष्ट कर दिया कि वो इस रेस में शामिल नहीं है। इससे पहले भी वो इस तरह का इशारा कर चुके थे। आज उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन करने आए कैलाश विजयवर्गीय ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मैं छोटे पद के लिए नहीं सोचता। मैं हमेशा बड़ा सोचता हूं।
बता दें कि मध्यप्रदेश में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी से नंदकुमार सिंह चौहान को उतारने की खबरें लगातार आ रहीं हैं। बताया जा रहा है कि आरएसएस के कई नेताओं से लेकर अमित शाह तक लगभग सभी के बीच सहमति बन गई है कि 2018 का चुनाव शिवराज और नंदकुमार सिंह की जोड़ी के नेतृत्व में नहीं लड़ा जाएगा। नंदकुमार सिंह को प्रदेश अध्यक्ष पद से बदल दिया जाएगा।
इस खबर की शुरूआत के साथ ही विकल्प के रूप में कैलाश विजयवर्गीय नाम चर्चाओं में आया था। हालांकि उनका नाम सीएम शिवराज सिंह के विकल्प के रूप में भी आता है। पिछले दिनों अमित शाह ने जयभान सिंह पवैया को दल्ली बुलाया था। इसके अलावा मंत्री नरोत्तम मिश्रा से भी अमित शाह ने मुलाकात की थी। माना जा रहा है कि मिश्रा ने चुनाव आयोग के चल रहे विवाद के कारण प्रदेश अध्यक्ष पद पर जाने पर असहमति जता दी है जबकि संघ और अमित शाह ने जयभान सिंह पवैया के लिए मन बना लिया है। अब बड़ा सवाल यह है कि कैलाश विजयवर्गीय के हिसाब से बड़ा पद कौन सा होगा।