भोपाल। सीएम शिवराज सिंह की सरकार अब चुनावी मोड में है। उसका हर कदम वोटबैंक को ध्यान में रखकर उठाया जा रहा है। अनुसूचित जाति, आदिवासी और महिलाओं पर सरकार ने पूरा फोकस कर लिया है। इसी क्रम में शिवराज सरकार अब आदिवासी महिलाओं को साड़ी देने की तैयारी कर रही है। उपचुनाव में इसका फायदा मिल जाए इसलिए टेंडर भी जारी कर दिए गए हैं। बता दें कि इससे पहले सहरिया आदिवासी महिलाओं को 1000 रुपए प्रतिमाह पोषणआहार भत्ता भी दिया जा चुका है।
चुनावी साल में आदिवासियों को लुभाने की तैयारी है राज्य सरकार करोड़ों खर्च कर तेंदुपत्ता संग्राहकों को चुनाव से पहले फीलगुड कराने की तैयारी में है। चुनाव से पहले बीजेपी सरकार ने हर वर्ग के लिए सरकारी खजाने का मुंह खोल दिया है। सरकार की नजर अब आदिवासी वोट बैंक पर है। इसके लिए सरकार चुनाव से पहले आदिवासियों को जूते-चप्पल और पानी की बोतल देने जा रही है। आदिवासी महिलाओं पर भी सरकार मेहरबान है। आदिवासी महिलाओं को चुनाव से पहले रंगीन साड़ियां खरीदने की तैयारी है। इसके लिए टेंडर जारी हो गये है।
लघु वनोपज संघ के एमडी जव्वाद हसन ने बताया, राज्य सरकार आदिवासियों के पीने की पाने से लेकर पैरों में जूते चप्पल के साथ साड़ी देने जा रही है। इसके लिए दस लाख सिंथेटिक साड़ी खरीदी जा रही है। जूते चप्पल और पानी की बोतल भी मुहैया कराई जाएगी। जव्वाद हसन के अनुसार, इसके लिए लघु वनोपज संघ ने करोड़ों रुपए की राशि का प्रावधान किया है। मार्च महीने में इसका वितरण शुरू हो जाएगा।
चुनावी साल में पहले अध्यापक, फिर किसान और अब सरकार की नजर आदिवासी वोट बैंक पर है और यहीं कारण है कि सरकार अब पूरी तरह से आदिवासियों को लुभाने जा रही है। ताकि चुनाव में इस योजना का फायदा लिया जा सके।