
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व सांसद प्रभात झा ने कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के उस बयान पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की है जिसमें उन्होंने उनके विधायक हेमंत कटारे को दुष्कर्म के मामले में फंसाने का आरोप लगाया है। श्री झा ने सवाल किया कि क्या सिंधिया की पीड़ित छात्रा से भेंट हुई ? क्या उन्होंने उस मेधावी छात्रा का दुख जाना ? और क्या उस छात्रा के साथ न्याय नहीं होना चाहिए ?
श्री झा ने कहा कि उनको और समूची भारतीय जनता पार्टी को मेधावी छात्रा के साथ जो कृत्य हुआ, उसका दुख है। हमारा मानना है कि जिसने भी गलत काम किया है उसे सजा मिलना चाहिए और जिसके साथ गलत हुआ है, उसे भी न्याय मिलना चाहिए। कानून अपना काम कर रहा है, लेकिन श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया इतने संगीन मामले का भी राजनैतिककरण करना चाहते है। श्री झा ने सवाल क्या है कि क्या श्री सिंधिया न्यायालयीन प्रक्रिया के अधीन चल रहे मामले में बिना जांच के किसी एक पक्ष के साथ खड़े होने को न्याय मानते है ? क्या वे हेमंत कटारे को बिना प्रक्रिया के दोष मुक्त करना चाहते है ? बड़े आश्चर्य का विषय है कि एक ओर तो सिंधिया महिलाओं पर अत्याचार को लेकर भारी भरकम बयानबाजी करते है और दूसरी ओर दुष्कर्म के मामले में अपने पुरूष विधायक का पक्ष लेते है।
श्री झा ने कहा कि यह सामाजिक और चारित्रिक दृष्टि से भी बेहद संगीन है इसलिए इसमें दूध का दूध और पानी का पानी होना आवश्यक है। ऐसे मामलों में राजनैतिक हस्तक्षेप के आरोप लगाना न्यायालयीन प्रक्रिया को प्रभावित करने का दुस्साहस है।