जबलपुर। सरकारी स्कूलों में छात्रों के अलावा अब शिक्षक भी एक जैसी ड्रेस में नजर आएंगे। महिला शिक्षक मैरून तो पुरुष शिक्षक नेवी ब्लू रंग की 'जैकेट' पहन कर स्कूल आएंगे। दरअसल डाक्टर, वकीलों की तरह शिक्षकों में भी एकरूपता लाने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने ड्रेसकोड लागू कर दिया है। अपै्रल से शुरू हो रहे नए शिक्षण सत्र में सरकारी स्कूलों के शिक्षक एक जैसी पोशाक पहन कर स्कूलों में पढ़ाते दिखेंगे। शिक्षकों को जैकेट खुद के पैसे से खरीदनी पड़ेगी या सरकार खरीदकर देगी या फिर जैकेट खरीदने शिक्षा विभाग पैसे देगा? इस पर अभी तक निर्णय नहीं हुआ है।
राष्ट्र निर्माता की नेम प्लेट भी लगाएंगे
स्कूल शिक्षा विभाग के उप सचिव केके द्विवेदी ने आयुक्त लोकशिक्षण, संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र को पत्र जारी कर कहा है कि शासन की ये अपेक्षा है कि प्रदेश के सभी स्कूलों में कार्यरत शैक्षणिक संवर्ग के सभी महिला सदस्य मैरून और पुरुष सदस्य नेवी ब्लू जैकेट नियमित रूप से पहनकर उपस्थित हों। साथ ही राष्ट्र निर्माता की नेम प्लेट भी लगाएं। राष्ट्र निर्माता की उपाधि से अलंकृत शिक्षक देश के नव निर्माण में अपनी अहम भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं।
समाप्त होगा अंतर
पत्र में कहा गया है कि यूनिफार्म व ड्रेस की एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है। ड्रेस की एकरूपता से न सिर्फ उन सेवाओं से जुड़ाव होता है बल्कि वैयक्तिक अंतर भी समाप्त होता है। नई पीढ़ी में ज्ञान सचेतना, आदर्श बोध जागृत करना शिक्षकों का दायित्व है।
शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड लागू करने की तैयारी की जा रही है। जैकेट शिक्षकों को खुद खरीदनी पड़ेगी या सरकार मुहैया कराएगी इसके लिए शासन से दिशा-निर्देश मांगे जा रहे हैं।
नीरज दुबे, आयुक्त, लोकशिक्षण, भोपाल
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