भोपाल। मध्यप्रदेश के सागर जिले मेें आज अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण और लोक सेवा आयोग के द्वारा सहायक प्राध्यापक के लिए जारी विज्ञापन को निरस्त करने के लिए जारी प्रदेशव्यापी आंदोलन के चलते प्रदर्शन किया एवं ज्ञापन सौंपे। ज्ञापन में मांग की गई कि प्रदेश के साढे चार हजार अतिथि विद्वान जो 20-22 वर्षों से लगातार मुफलिसी का जीवन यापन कर दिहाड़ी मजदूरों से भी बदतर वेतन पाकर महाविद्यालयों मे अध्यापन कार्य कर रहे हैं। इन्हें विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के मापदंडों के अनुरूप निर्धारित निश्चित वेतनमान पर संविदा के रूप में नियुक्त किया जाए तथा तत्काल प्रभाव से लोक सेवा आयोग के द्वारा सहायक प्राध्यापकों की भर्ती के लिए जारी विज्ञापन को रद्द किया जाए।
अतिथियों ने इस बात की भी शपथ ली यदि शिवराज सरकार उनकी मांगों पर विचार कर तत्काल निर्णय नहीं लेते हैं तो सभी अतिथि विद्वान न केवल भाजपा सरकार का असहयोग करेगी बल्कि आगामी चुनाव में वोट भी नहीं देगें। अतिथियों ने इस बात की भी शपथ ली वह भाजपा के कार्यकर्ताओं का भी सहयोग नहीं करेंगे और प्रतिदिन तीन चार व्यक्तियों से व्यक्तिगत संपर्क करके उन्हें भाजपा को वोट ना देने के लिए प्रेरित करेंगे।
पथरिया में प्रदर्शन

इस अवसर पर पथरिया अतिथि विद्वानों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ नारेबाजी की और अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया उन्होंने महाविद्यालय के प्राचार्य को भी राज्यपाल के नाम पर ज्ञापन दिया इस अवसर पर डॉ सुरेंद्र तिवारी डॉ अनिल जैन, धीरज जानसन, डॉ विजय बहादुर चौबे, डां मनोज मिश्रा डॉक्टर कौशिक शिल्पी डॉ नमीता जैन डॉ गायत्री गुप्ता मनीषा सोनी सोहनी चक्रवर्ती मुन्नालाल सूर्यवंशी पूजा साहू भी उपस्थित रहे।
गढ़ाकोटा में स्टूडेंट्स ने भी दिया साथ
गढ़ाकोटा में स्थित शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में अतिथि विद्वानों ने कॉलेज के मुख्य द्वार के बाहर धरना प्रदर्शन किया तथा प्राचार्य डॉक्टर एस एम पचौरी को मुख्यमंत्री के नाम पर अपनी 2 सूत्री मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। अतिथि विद्वानों की मांगों के समर्थन मे महाविद्यालय के विदयार्थी भी आंदोलन मे नजर आये। इस आंदोलन मे डॉ अखिलेश तिवारी डॉ गिरीश लांबा डॉक्टर मंगल सिंह राजेश कहार डॉ रेनू चौधरी बृजलाल अहिरवार आदर्श सोनी पुष्पेंद्र बर्मन श्रद्धा गर्ग रोशनी मलैया रोशनी रोहित रजनी चौदहा शामल रहे।