भोपाल। मध्यप्रदेश शासन पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ के 492 पदों पर एमपीपीएससी के माध्यम से भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया था। इस संदर्भ में अंतिम परिणाम 3 अक्टूबर 2017 को जारी कर दिया गया परंतु 5 माह बीत जाने के बाद भी चयनित उम्मीदवारों को नियुक्तियां नहीं दी गईं हैं। गुस्साए उम्मीदवारों ने 26 फरवरी से आमरण अनशन का ऐलान कर दिया है। इधर पशु पालन मंत्री श्री अंतर सिंह आर्य ने कहा है कि अभी ऐसा कुछ करने की जरूरत नहीं है। 15 दिन के भीतर नियुक्तियां कर दी जाएंगी।
चयनित उम्मीदवारों के समूह ने भोपालसमाचार.कॉम को भेजे ईमेल में बताया कि:
मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग ने पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ के 492 पदों पर भर्ती हेतु 18 मई 2016 को विज्ञापन (विज्ञापन क्रमांक 04/परीक्षा/2016/ दिनांक 18.05.2016) प्रकाशित किया और योग्य अभ्यर्थियो से 1 जून 2016 से 30 जून 2016 के मध्य ऑनलाइन आवेदन स्वीकार किए गए। इन पदों के लिए ऑनलाइन लिखित परीक्षा 25 सितम्बर 2016 को इन्दौर में आयोजित हुई। लिखित परीक्षा का परिणाम लोक सेवा आयोग ने 2 नवंबर 2016 को घोषित किया।
लिखित परीक्षा में 450 अभ्यर्थियो को उत्तीर्ण घोषित किया तथा उत्तीर्ण अभ्यर्थियो से उनके दस्तावेज 5 दिसम्बर 2016 तक आयोग कार्यालय में जमा करने के निर्देश दिए गए। दस्तावेजों के निरीक्षण के बाद 10 अभ्यर्थियो को साक्षात्कार के लिए अयोग्य पाया गया और योग्य अभ्यर्थियो के लिए साक्षात्कार 16 अगस्त 2017 से 24 अगस्त 2017 के मध्य आयोजित किए गए। परीक्षा का अन्तिम परिणाम लोक सेवा आयोग द्वारा 3 अक्टूबर 2017 को घोषित कर दिया गया जिसमें 304 चयनित अभ्यर्थियो को मुख्य सूची में जगह दी गई थी और 43 को प्रतीक्षा सूची में रखा गया।
परन्तु परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद लगभग 5 महीने का समय बीत जाने के बावजूद पशु पालन विभाग, मध्यप्रदेश शासन ने चयनित अभ्यर्थियो को अभी तक नियुक्ति पत्र प्रदान नहीं किया है और ना ही इस दिशा में कोई कदम उठाया है (इस आशय में भोपाल समाचार डॉट कॉम द्वारा 18 जनवरी 2018 को समाचार प्रकाशित किया था) और इस संदर्भ में चयनित अभ्यर्थी कई बार मुख्य सचिव से मिल चुके हैं तथा पशु पालन मंत्री श्री अंतर सिंह आर्य के निवास का भी घेराव कर चुके हैं परंतु परिणाम अब तक ढाक के तीन पात ही रहा है जिसके फलस्वरूप चयनित अभ्यर्थियो में घोर निराशा और मानसिक तनाव व्याप्त है और व्यवस्था पर से विश्वास भी लगभग उठ चुका है।
अब सामने कोई अन्य विकल्प न बचे होने के कारण अभ्यर्थियो ने आंदोलन करने का निर्णय लिया है, जिसके अंतर्गत सभी 304 चयनित अभ्यर्थी दिनांक 26 फरवरी 2018 दिन सोमवार से वल्लभ भवन के सामने धरने और आमरण अनशन पर बैठेंगे और यह अनशन तब तक जारी रहेगा जब तक पशु पालन विभाग अपनी हठधर्मिता छोड़कर अभ्यर्थियो को नियुक्ति पत्र नहीं दे देता।
मंत्री ने कहा हड़ताल की जरूरत नहीं, नियुक्तियां होने वालीं हैं
भोपाल समाचार से बात करते हुए पशु पालन मंत्री श्री अंतर सिंह आर्य ने कहा कि पुलिस वेरिफिकेशन और दूसरी लिपिकीय प्रक्रियाओं में समय लग गया है। अब सभी प्रक्रियाएं पूरी हो चुकीं हैं। जल्द ही नियुक्तियां कर दी जाएंगी। उन्होंने बताया कि नियुक्तियों में अधिकतम 15 कार्यदिवस की जरूरत है अत: अब किसी भी प्रकार के विरोध प्रदर्शन या हड़ताल की जरूरत नहीं है।