
राहुल ने कहा कि मोदी जी खुद ये समझौता करने पेरिस गए थे, आखिर देश को क्यों नहीं बताया जा रहा है कि डील कितने में हुई। राहुल गांधी ने कहा, 'राफेल डील पर आप क्यों नहीं बोलते हो? आज तक ऐसा हुआ है कि रक्षा मंत्री कहे राफेल कितने में खरीदा गया है, ये नहीं बताएंगे। देश को नहीं बताएंगे, मोदी जी ने घपला किया है, मुझे पता है आप लोग डरते हैं।
राहुल ने आरोप लगाया कि मोदी जी ने पेरिस जाकर राफेल समझौते में बदलाव किया। देश को नहीं बताया जा रहा कि राफेल विमान कितने में खरीदा गया, इसका मतलब है कि घोटाला हुआ है। वहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने सवाल किया कि क्या कारण है, इस सरकार ने 126 की बजाए 36 राफेल विमान खरीदने का फैसला किया। कैबिनेट कमेटी ऑफ सिक्युरिटी की अनुमति के बगैर ये सौदा किया गया।
कांग्रेस ने पूछा है कि राफेल विमान की कीमत क्या है, कांग्रेस के दौर में हर जहाज की कीमत करीब 526 करोड़ थी। मोदी सरकार ने इसे करीब 1517 करोड़ रुपये में खरीदा है। सरकार बताए ये बात सच है या नहींं।
राफेल सौदे के विवरण गोपनीय: रक्षा मंत्री
बता दें कि रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को संसद को बताया कि फ्रांस के साथ राफेल लड़ाकू विमान के जो सौदे हुए हैं, वह दो देशों की सरकारों के बीच का समझौता है। इसमें गुप्त सूचनाएं हैं। इसलिए सौदे से संबंधित विवरण प्रकट नहीं किए जा सकते हैं।