भोपाल। पाकिस्तान की फायरिंग में सीमा पर शहीद हुए मध्य प्रदेश के जांबाज राइफलमैन राम अवतार सिंह की शहादत के अपमान का मामला सामने आया है. मध्य प्रदेश सरकार राम अवतार की चिता की एक दिन भी रखवाली करने में नाकाम रही. अंतिम संस्कार के करीब 12 घंटे बाद चिता के आसपास मवेशी घूमते हुए नजर आए. सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल होने के बाद अब प्रशासन ने चिता के निगरानी के लिए अफसरों को नियुक्त किया है.
दरअसल, पाकिस्तान की फायरिंग में रविवार को ग्वालियर जिले के बरौआ गांव में रहने वाले राइफलमैन राम अवतार शहीद हो गए थे. अगले दिन यानी सोमवार को रात करीब साढ़े नौ बजे पूरे राजकीय सम्मान के साथ बरौआ गांव में उनका अंतिम संस्कार किया गया.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर में उनके पार्थिव देह पर श्रद्धासुमन अर्पित किए, तो केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर अंत्येष्टि में शामिल हुए. अंतिम संस्कार के बाद मंगलवार सुबह होते-होते मवेशी चिता के नजदीक मंडराते हुए नजर आए थे. सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल होने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और अधिकारियों को सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है.