
एएसआई मुकेश स्थापक ने बताया कि गोल्डन सिटी जाटखेड़ी निवासी बिल्डर राजेश अग्रवाल ने पत्नी संगीता के नाम पर एक कार खरीदी थी। कुछ दिनों बाद ही उसका रंग हल्का होने लगा। इसी बीच उनके बेटे ने कार के चैचिस नंबर की जानकारी इंटरनेट से निकाली तो पता चला कि ये कार दो साल पुरानी है। इसकी शिकायत उन्होंने मिसरोद पुलिस ने से की थी।
लंबी जांच के बाद पुलिस ने शोरूम संचालक तरनजीत सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। इससे पहले पुलिस ने 7 दिसंबर 2017 को कोलार रोड निवासी विनीता सक्सेना की शिकायत पर भी उसके खिलाफ केस दर्ज किया था। दोनों ही मामले एक जैसे हैं। पुलिस ने बुधवार दोपहर को आरोपी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया