भोपाल। यह रीवा और मध्यप्रदेश के लिए गौरव का क्षण है। रीवा में जन्मी मध्यप्रदेश की बेटी अवनी चतुर्वेदी भारत की पहली महिला फाइटर पायलट बन गईं हैं। भारतीय वायुसेना के इतिहास में नया अध्याय जोड़ने वाली अवनी चतुर्वेदी ने अब अकेले मिग-21 फाइटर जेट उड़ाने का कीर्तिमान अपने नाम कर लिया है। वायुसेना में चयन के बाद अवनि ने कहा था कि आवाज की स्पीड में उड़ना एक सपना होता है और अगर ये मौका मिलता है तो एक सपना पूरे होने के सरीखा है।
मप्र के रीवा की रहने वाली अवनी ने सोमवार को गुजरात के जामनगर एयरबेस से रूस निर्मित मिग-21 की उड़ान भरी और अपना मिशन पूरा किया। वायुसेना प्रवक्ता और फाइटर पायलट अनुपम बैनर्जी ने कहा कि अवनी अकेले फाइटर एयरक्राफ्ट उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला पायलट बन गई हैं। यह फाइटर पायलट बनने का पहला चरण है। अभी दो साल और प्रशिक्षण से गुजरना होगा।
18 जून 2016 को महिला फाइटर पायलट बनने के लिए पहली बार तीन महिलाओं अवनि चतुर्वेदी, मोहना सिंह और भावना कांत को वायु सेना में कमिशन किया गया था। एएनआई से बात करते हुए एयर कमोडोर प्रशांत दीक्षित ने कहा कि 'यह भारतीय वायु सेना और पूरे देश के लिए एक विशेष उपलब्धि है।
यह जीरो एरर प्रोफेशन है
एयरफोर्स के एक पायलट ने कहा कि फाइटर जेट की उड़ान भरना जीरो एरर प्रोफेशन है और इसके लिए अकेले ही उड़ान भरने के कई टेस्ट से गुजरना होता है। अवनी के साथ ही बिहार के बेगूसराय की भावना कांत और गुजरात के वड़ोदरा की मोहना सिंह को देश की पहली महिला फाइटर पायलट होने का गौरव प्राप्त है। तीनों लड़कियां जून 2016 में एयरफोर्स के लड़ाकू स्क्वॉड्रन में शामिल हुई थीं।
हैदराबाद में ली थी ट्रेनिंग
अवनी चतुर्वेदी ने हैदराबाद की एयरफोर्स एकेडमी से ट्रेनिंग ली थी। उनकी स्कूलिंग मध्यप्रदेश के शहडोल में हुई। उन्हाेंने 2014 में राजस्थान के वनस्थली यूनिवसिर्टी से आईटी में ग्रैजुएशन किया। इसके बाद वे एयरफोर्स में भर्ती हो गईं।