
पुलिस ने बीती रात श्रीनगर के पास काकापोरा में छापा मार कर इन आतंकियों को गिरफ्तार किया है। जम्मू कश्मीर पुलिस के मुताबिक इन आतंकियों ने बताया है कि श्रीनगर के अस्पताल पर हमला कर पाकिस्तानी आतंकी को छुड़ाने की योजना 4 महीने पहले बन गई थी।
आईजी मुनीर खान ने बताया कि इस के लिए हमने एक विशेश जांच टीम का गठन किया जा चुका है। सबूतों के आधार पर हमने पता लगाया इस घटना में कौन कौन शामिल था. काकापोरा में हमने रात में दबिश दी। इस पूरी घटना में तीन आतंकी शामिल थे, इसके साथ ही अन्य आतंकी की कार का इस्तेमाल किया गया।
पुलिस को भगा ले जाने वाले लोगों के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी सीसीटीवी फुटेज से मिली जिसके आधार पर उन्होंने कार्रवाई की। उन्होंने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा और शोपियां जिले में कई जगहों पर देर रात छापेमारी की।
पुलिस का कहना है कि नावेद को भगा ले जाने में शामिल मोटरसाइकिल और गाड़ी को भी जब्त कर लिया गया है। मंगलवार को हुए इस हमले में दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी। नावेद को मेडिकल चेकअप के लिये रानीवाड़ी स्थित सेंट्रल जेल से श्री महाराजा हरिसिंह हॉस्पिटल लाया गया था। लेकिन उसके साथियों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया और उसे छुड़ा कर ले गए। साथ ही मौजूद सुरक्षाकर्मी के हथियार भी लेकर भाग गए थे।
बताया जा रहा है कि भागने के बाद नावेद जहां रुका हुआ था उस घर पर भी छापा मारा गया लेकिन उसे पकड़ा नहीं जा सका। वो वहां से 10 मिनट पहले ही भाग गया था। भागा हुआ आतंकी नावेद जट उर्फ अबु हनजुल्ला पाकिस्तान के मुल्तान के साहिवाला का रहने वाला है। नावेद को कश्मीर में लश्कर चीफ अबु कासिम का करीबी माना जाता है। वह कई आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है और उसे 2014 में गिरफ्तार किया गया था। उसको पाकिस्तान के मुरीदकी में इसे आतंकी ट्रेनिंग दी गई थी।