नौगांव/छतरपुर। माई होम्स कॉलोनी में संचालित सेक्स रैकेट को पब्लिक से बचाने के लिए टीआई विनायक शुक्ल ने फर्जी कार्रवाई कर जनता को गुमराह करने की कोशिश की परंतु उसकी साजिश सफल नहीं हो सकती। पब्लिक ने सोशल पुलिसिंग की और सेक्स रैकेट को दबोच लिया। मजबूरी में टीआई को भी रैकेट के खिलाफ मामला दर्ज करना पड़ा। यह पुलिस द्वारा सेक्स रैकेट को दी जाने वाले संरक्षण का मामला है।
नौगांव नगर में शनिवार देररात माई होम्स कॉलोनी में अचानक फायरिंग की आवाज सुनाई दी। आवाज सुनकर मोहल्ले के सभी महिला-पुरुष बाहर निकल आए। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना डायल-100 को दी, जिसके बाद टीआई शुक्ल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। लोगों ने बताया कि आकाश तिवारी के घर के सामने फायरिंग हुई है। लोगों ने यह भी बताया कि आकाश तिवारी, उसकी पत्नी और मां सेक्स रैकेट चलाते हैं। यह सुनते ही टीआई विनायक शुक्ल घर के अंदर दाखिल हुए और थोड़ी देर बाद लौटकर बाहर आ गए। उन्होंने पब्लिक को बताया कि घर में कोई नहीं है।
लोगों को उनकी बात पर भरोसा नहीं हुआ। तो वो नारेबाजी करते हुए घर में घुस गए। घर में दो युवतियां, सेक्स रैकेट चलाने वाले सरगना की मां, दो सप्लायर रंगे हाथ पकड़े गए। मजबूरन पुलिस ने मौके से पकड़े गए सभी आरोपियों के खिलाफ देह व्यापर अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करना पड़ा।
30 हजार रुपए महीना मिलता था
लोगों ने बताया कि पुलिस संरक्षण में ही यह सेक्स रैकेट लंबे समय से चल रहा था। बार-बार शिकायत करने के बाद भी पुलिस ने कभी यहां कार्रवाई नहीं की। पकड़ी गई युवतियों में एक मुंबई की, जबकि दूसरी कानुपर की है। दोनों ने बताया कि आकाश और उसकी पत्नी स्नेहा उन्हें 30 हजार रुपए महीने की जॉब दिलाने के लिए नौगांव लाई थीं। बाद में उन्होंने इस धंधे में उतार दिया।