टीकमगढ। क्षेत्रीय सांसद एवं केन्द्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार खटीक ने 6 फरवरी 2018 को देश के प्रधानमंत्री के नाम पत्र लिखते हुये उन्होने मांग की थी कि मेडीकल कॉलेज छतरपुर में खोला जाये, पत्र वायरल होते हुये है। सांसद के पत्र का विरोध शुरू हो गया था। यह विरोध सांसद निवास से शनै शनै एक बडा आन्दोलन का रूप ले चुका था। जिसमें जिले के पत्रकार, नागरिक, समाज सेवी, बुद्धजीव लोगों द्वारा देश के प्रधानमंत्री के नाम पत्र लिखवाये जा रहे है कि टीकमगढ में मेडीकल कॉलेज खोला जाये और सांसद को अपने पत्र का 14 दिवस कडा विरोध झेलना पड़ा।
अतः विरोध से तंग आकर सांसद को एक प्रेस नोट जारी कर नीति आयोग की सर्वे रिपोर्ट का हवाला देते उन्होने बताया है। टीकमगढ जिला में मेडीकल कॉलेज खोला जाये। इसके लिये प्रयास किये जा रहा है। टीकमगढ लोकसभा क्षेत्रीय सांसद एवं केन्द्रीय मंत्री वीरेन्द्र कुमार खटीक ने एक प्रेस नोट जारी करते हुये बताया है कि नीति आयोग द्वारा 115 पिछडे जिलो का चयन समग्र सूचकांक के माध्यम से किया गया है। सूचकांक के आधार पर विकसित किया जा सकता है। नीति आयोग की सर्वे रिर्पोट में छतरपुर का नाम होने से एवं बजट में राज्य को मिलने वाले एक मेडीकल कॉलेज दृष्टि से छतरपुर में मेडीकल कॉलेज खोलने की मांग की गई।
जिससे संसदीय क्षेत्र अन्तर्गत स्वास्थ सुविधाओं का विस्तार हो सके। मेरे संसदीय क्षेत्र के अन्तर्गत टीकमगढ को भी मेडीकल कॉलेज मिले इसका भी प्रयास किया जा रहा है। साथ ही मेरे संसदीय क्षेत्र के दोनों जिले विकास की मुख्य धारा में शामिल हो। इसके लिये सत्त प्रयास किये जा रहे है।