JABALPUR NEWS | मध्यप्रदेश में महिलाओं के प्रति यौन हिंसा बढ़ती जा रही है। समाज में अपराधी मानसिकता के लोग इससे प्रोत्साहित हो रहे हैं। हालात देखिए कि महज 15 साल के एक बालक ने 10 साल की मासूम बच्ची का पहले रेप किया और फिर 3 बार चाकू घोंपकर उसकी हत्या करने का प्रयास किया। समाचार लिखे जाते समय तक बालिका अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही थी। चौंकाने वाली बात तो यह है कि 2 डॉक्टरों ने मरणासन्न बालिका का इलाज करने से इंकार कर दिया। एसपी और कलेक्टर के कहने पर भी इलाज नहीं किया गया क्योंकि मामला रेप का था और डॉक्टर किसी कानूनी पचड़े में फंसना नहीं चाहते थे।
2 अस्पतालों ने बच्ची के इलाज से इंकार किया
वारदात के बाद जब परिवार के लोग बच्ची को लेकर मेडिकल काॅलेज अस्पताल पहुंचे तो वहां भी अमानवीयता देखने को मिली। डॉक्टरों ने उन्हें 9 किमी दूर एल्गिन अस्पताल भेज दिया। यहां भी असंवेदनशीलता का नजारा दिखा और डॉक्टरों ने बच्ची को विक्टोरिया हॉस्पिटल ले जाने को कह दिया। इसी बीच एसपी शशिकांत शुक्ला पहुंचे। उन्होंने बच्ची को एडमिट कराने को कहा। इसके बाद भी डॉक्टरों ने बच्ची को फिर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया, जहां सीएम हेल्पलाइन के दखल से 4 घंटे बाद इलाज शुरू हो सका। नियम है कि इमरजेंसी की स्थिति में कोई भी अस्पताल इलाज से इंकार नहीं कर सकता। यदि कोई डॉक्टर या अस्पताल ऐसा करता है तो उसकी उपाधि एवं मान्यता निरस्त कर दी जाएगी।
खेलने गई थी और पड़ोसी ने बनाया शिकार
पुलिस के मुताबिक, शनिवार को बिनैकी गांव में रहने वाली 10 साल की बच्ची अपने पड़ोस में रहने वाले 15 साल के बालक के घर खेलने गई थी। उनके साथ गांव के कई बच्चे खेल रहे थे। कुछ देर खेलने के बाद सभी बच्चे अपने घर चले गए। इसके बाद अारोपी बच्ची को अपने साथ घर के अंदर ले गया। जहां उसने बच्ची के साथ जबरदस्ती की। जब बच्ची ने विरोध किया तो आरोपी ने उसके पेट, सिर और जांघ में चाकू मारकर जख्मी कर दिया। इसके बाद आरोपी मौके से भाग गया। हालांकि, बाद में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उससे वारदात में इस्तेमाल चाकू भी जब्त कर लिया गया है।