
खास बात ये है कि अमित शाह ने अपनी टीम से पार्टी के सांसद और विधायकों को दूर रखा गया है और मंडल स्पेशल टीम को अंडर कवर तरीके से ज़मीन स्तर पर रिपोर्ट तैयार करने की ताकीद की गई है। 150 सदस्यों वाली बीजेपी की ये वो टीम है जो संगठन में अलग-अलग पदों पर काम कर रही है।
पार्टी ने तय किया है कि मंडल स्पेशल टीम 26 मार्च से 2 अप्रैल के बीच मंडल प्रवास योजना के तहत मंडलों में जाकर बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं से संवाद करेगी और उन्हें पार्टी की चुनावी रणनीति बताने का काम करेगी। बता दें कि केंद्रीय नेतृत्व की ओर से चुनाव वाले प्रदेशों में पार्टी को मजबूत करने के लिए ज़मीन स्तर तक जाने की ताकीद की गई है। उसी कड़ी में मंडल प्रवास योजना को मध्य प्रदेश में तेज करने की कवायद हो रही है।