भोपाल। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल 19वें दिन भी जारी रही। स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) ने उन्हें 12 मार्च तक काम पर लौटने को कहा था। आदेश ना मानने पर सेवा समाप्ति की धमकी दी है। एनएचएम की चेतावनी के बाद भी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल जारी है। हड़ताल के चलते पूरे प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। वहीं मरीजों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
शुक्रवार को सुबह से ही जेपी हॉस्पिटल में अपनी मांगों को लेकर कर्मचारी धरने पर बैठे हैं। इससे कुछ दिनों पहले ही की गई संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल के चलते सरकारी अस्पतालों में जांच ओर दूसरी सुविधाएं प्रभावित हो रही हैं। टीबी की जांच, दवा के वितरण समेत दूसरे प्रशासनिक कामकाज ठप हो गए थे।
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी नियमितीकरण, संविलियन, निष्कासितों की वापसी की मांग को लेकर अड़े हुए हैं। उन्होंने विरोध में होली भी नहीं मनाई हड़ताल के चलते पूरे प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई। वहीं मरीजों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कर्मचारियों ने केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया पर भी आंदोलन छेड़ रखा है।
सीएम, पीएमओ और अमित शाह को कर चुके हैं ट्वीट
सरकार के विरोध प्रदर्शन करते हुए ट्वीट किए हैं। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने पीएमओ कार्यालय भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को ट्वीट कर संविदा विरोधी भाजपा लिखकर भेजा।
इन मांगों को पूरा करने को आंदोलन
वह अपने नियमितीकरण एवं समान कार्य, समान वेतन की मांग को लेकर कई बार आंदोलन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि एनएचएम अन्य परियोजनाओं, स्वास्थ्य में कार्यरत संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण, संविलियन किया जाए। साथ ही सेवा से निष्कासित कर्मचारियों की बहाली की जाए।