भोपाल। हाल ही मे हुए मुंगावली-कोलारस में कांग्रेस की जीत पर कांग्रेस प्रवक्ता जितेंद्र मिश्रा का कहना है कि भाजपा का प्रभाव अब प्रदेश में खत्म होता जा रहा है। प्रदेश की जनता अब सिर्फ आश्वासन नहीं बल्कि धरातल पर काम चाहती है। कांग्रेस प्रवक्ता का कहना है कि 200 पार की बात करने वाले दो सीटें पार नहीं कर पाए। प्रदेश के बहुचर्चित उपचुनाव कोलारस और मुंगावली में कांग्रेस की जीत के बाद भाजपा के 200 पार के नारे पर सवाल खड़ा हो गया है। कांग्रेस का कहना है कि दो सौ की बात करने वाले दो सीट नहीं जीत पाए, जहां पूरी कैबिनेट ने अपना दम लगा दिया।
कांग्रेस प्रवक्ता जितेंद्र मिश्रा का कहना है कि मध्यप्रदेश में अब बदलाव की लहर आ चुकी है । लोग आश्वासनों से तंग आ चुके हैं । प्रदेश की जनता अब आश्वासन नहीं धरातल पर काम चाहती है। विकास की बात नहीं बल्कि विकास देखना चाहती है, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। यही वजह है कि अब भाजपा सरकार से प्रदेश की जनता का विश्वास उठ चुका है। उपचुनाव के दौरान एक तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मोर्चा संभाल रखा था तो वहीं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा भी पूरे समय क्षेत्र में सक्रिय रहे।
जीत का श्रेय कार्यकर्ताओं को देते हुए जितेंद्र मिश्रा मे कहा कि उपचुनाव में मिली जीत कार्यकर्ताओं के परिश्रम की जीत है। भाजपा की नीतियां उजागर हो चुकी है। इस उपचुनाव के दौरान विकास का दम भरने वाली भाजपा इस वर्ष प्रदेश में सरकार भी नहीं बना पाएगी।
प्रदेश में सरकार से किसान नाराज चल रहा है, छोटे व्यापारी नाराज चल रहे हैं। बेरोजगारी चरम सीमा पर पहुंच गई है यही वजह है कि बेरोजगार युवा भारतीय जनता पार्टी से किनारा कर रहे हैं। इसका सीधा सा कारण है कि भाजपा जो घोषणा कर रही है उसकी पूर्ति नहीं की जा रही है। किसानों की फसल का न्यूनतम मूल्य देने की स्थिति में सरकार नहीं है। भावंतर के भंवर में उलझाया जा रहा है। प्रदेश की जनता में सरकार के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता का कहना है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कार्यप्रणाली से जनता संतुष्ट नहीं है। बीजेपी अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को मजबूत करने का काम कर रही है। वहीं दूसरी और आप प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां और बड़े उद्योगपतियों को लगातार फायदा पहुंचा रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने दावा किया कि इस जीत से कांग्रेस का उत्साह 4 गुना बड़ा है और हम प्रदेश में सरकार बनाने की स्थिति में है। निश्चित रूप से वर्ष 2018 के चुनाव में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार पुनः वापसी करेगी।