भोपाल। मध्यप्रदेश में औसतन हर दिन 25 बच्चे लापता होते हैं, पूरे देश में ये आंकड़ा पश्चिम बंगाल के बाद सबसे ज्यादा है। हालांकि राज्य सरकार कहती है 75 फीसद बच्चे वो ढूंढ लाती है बावजूद इसके आंकड़ों में कमी नहीं आ रही है। कांग्रेस गृहमंत्रालय के आंकड़ों के हवाले से कह रही है, पिछले साल मध्यप्रदेश में 8,503 बच्चे लापता हुए, जिसमें 6,037 लड़कियां और 2,466 लड़के हैं।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा मामा तो बच्चों की सुरक्षा करते हैं, लेकिन इस मामा के शासन में 8503 बच्चे गुम हो जाते हैं, 8500 परिवारों को पता नहीं उनके बेटा-बेटी कहां हैं। सुरजेवाला ने कहा कि सरकार इस बात में खुश होती दिख रही है कि इस लिस्ट में वो टॉप पर नहीं है।
गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा सबसे ज्यादा जो लड़कियां गायब हो रही हैं उसमें प.बंगाल से संख्या सबसे ज्यादा है। उन्होंने दावा किया कि मध्यप्रदेश में जो गायब हुई हैं उसमें 75 फीसद वापस आ गई हैं, बाकी 25 फीसद के लिये कोशिश चल रही है। प्रदेश में ये हालात तब हैं सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अगर कोई बच्चा चार महीने से ज्यादा समय से लापता है तो उससे जुड़े मामलों में विशेष निगरानी करना होगी। इन्हें मानव तस्करी मानकर सरकार जांच कराएगी।