नई दिल्ली। भारत के उन 31 करोड़पति कारोबारियों की लिस्ट सार्वजनिक हो गई है जिनके कारण बैंकों ने एफडी पर ब्याज कम कर दिया और सेवाओं का शुल्क बढ़ा दिया। ये वही 31 करोड़पति कारोबारी हैं जिनके कारण पूरे देश को नोटबंदी जैसी आपातकालीन स्थितियों से गुजरना पड़ा। इस लिस्ट में विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे 31 नाम हैं जो बैंकों को लाखों करोड़ का चूना लगाकर विदेश में ऐश कर रहे हैं। इनसे हुए घाटों की भरपाई के लिए बैंक आम खाताधारकों नुक्सान पहुंचा रही है।
केंद्र सरकार के विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर ने आज लोक सभा में बताया कि नीरव मोदी, मेहुल चोकसी और विजय माल्या समेत 31 कारोबारी सीबीआई से जुड़े मामले में विदेश फरार हैं।विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर ने बताया कि विदेश मंत्रालय को फरार कारोबारियों के प्रत्यर्पण के संबंध में सीबीआई से अनुरोध प्राप्त हुआ है और इन्हें विचार के लिये संबंधित देशों को भेज दिया गया है। अकबर ने कहा कि सीबीआई की सूची के अनुसार, सीबीआई से जुड़े मामलों में विदेश फरार होने वाले कारोबारियों में कुल 31 लोग शामिल हैं।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय की सूची के अनुसार जांच से जुड़े मामलों में भारत से फरार होने वाले लोगों में विजय माल्या, जतीन मेहता, ललित मोदी, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, रितेश जैन, संजय भंडारी, नीतीन जयंती संदेशरा, चेतन जयंतीलाल संदेशरा, धर्मेन्दर सिंह आनंद, आशीष जोबनपुत्र और प्रीति जोबनपुत्र के नाम शामिल हैं। सीबीआई सूची के मुताबिक आरोपियों पर एक नजर:
- विजय माल्या
- सौमित जेना
- विजय कुमार रेवा भाई पटेल
- सुनील रमेश रूपाणी
- पुष्पेश कुमार वैद्य
- सुरेन्द्र सिंह
- अंगद सिंह
- हरसाहिब सिंह
- हरलीन कौर
- अशीष जोबनपुत्र
- जतीन मेहता
- नीरव मोदी
- नीशल मोदी
- अमी नीरव मोदी
- मेहुल चोकसी
- चेतन जयंतीलाल संदेशरा
- दीप्ति चेतन संदेशरा
- नीतीन जयंतीलाल संदेशरा
- सभ्य सेठ
- नीलेश पारिख
- उमेश पारिख
- सन्नी कालरा
- आरती कालरा
- संजय कालरा
- वर्षा कालरा
- हेमंत गांधी
- इश्वर भाई भट
- एम जी चंद्रशेखर
- चेरिया वी सुधीर
- नौशा कादीजथ और
- चेरिया वी सादिक।
विदेश मंत्रालय विचार कर रहा है
इससे पहले लोकसभा में मो. बदरूद्दोजा खान, कौशल किशोर, मोहम्मद सलीम और रामदास तदस ने विदेश फरार होने वाले ऐसे कारोबारियों की जानकारी एवं सूची मांगी थी। केंद्रीय विदेश मंत्री ने बताया कि सन्नी कालरा के संबंध में प्रत्यर्पण संबंधी सीबीआई के आग्रह पर विदेश मंत्रालय विचार कर रहा है।