नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ भी बिना परिश्रम के घर बैठे मोटा ब्याज के लालच में फंस गए। उन्होंने VIKRAM INVESTMENT की कथित पोंजी स्कीम में 20 करोड़ रुपए लगा दिए। द्रविड़ खुशनसीब थे कि 16 करोड़ वापस मिल गए लेकिन 4 करोड़ डूब गए। जितना INTEREST मिलना था, उतना डूब गया। अब द्रविड़ पुलिस की शरण में है। कंपनी के 5 अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साइना नेहवाल, प्रकाश पादुकोण समेत कई और स्पोर्ट्स पर्संस और सेलिब्रेटीज भी इस ठगी का शिकार हुए हैं।
पुलिस के अनुसार, द्रविड़ ने दो दिन पहले विक्रम कमोडिटी एवं लॉजिस्टिक कंपनी के खिलाफ 4 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने की शिकायत दर्ज कराई थी। द्रविड़ ने शिकायत में आरोप लगाया है कि उन्होंने 2014 में कंपनी में 20 करोड़ रुपए INVEST किए। इसके बदले कंपनी ने हायर रिटर्नंस देने का वादा किया था। लेकिन मूलधन से भी 4 करोड़ रुपए कम मिले। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान ने सबूत के तौर पर संबंधित दस्तावेज भी पुलिस को दिए हैं।
पांच लोगों की हुई गिरफ्तारी
कुछ दिन पहले पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। इसमें एक पूर्व खेल पत्रकार भी शामिल था। आरोप है कि विक्रम इन्वेस्टमेंट कंपनी के जरिए इन लोगों ने कुछ लोगों के साथ करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की। कंपनी के मालिक राघवेंद्र श्रीनाथ और उसके एजेंटों सुतराम सुरेश (पूर्व पत्रकार), नरसिम्हा मूर्ति, केसी नागराज और प्रहलाद को गिरफ्तार किया गया है।
अगरबत्ती कंपनी के मालिक की शिकायत पर हुई कार्रवाई
पुलिस ने यह कार्रवाई एक अगरबत्ती कंपनी के मालिक पीआर बालाजी की शिकायत पर की है। इस कंपनी ने भी संबंधित पोंजी फर्म में पैसा लगाया था। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि संबंधित पोंजी फर्म ने कमोडिटी ट्रेडिंग में उन्हें निश्चित फायदा देने का वादा किया था, लेकिन ऐसा किया नहीं।