भोपाल। मध्यप्रदेश में एक तरफ शिक्षकों की कमी है तो वहीं दूसरी ओर शिक्षक अपनी मांगों को लेकर लगातार सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। बड़ी बात ये है कि इन सबके बावजूद सरकार शिक्षकों को शिक्षा देने के साथ-साथ अन्य दूसरे कार्यों में भी लगा रही है। हालांकि कई बार प्रदेश के मंत्री यह कह चुके हैं कि शिक्षकों को किसी भी अन्य कार्य में नहीं लगाया जाएगा। उसके बावजूद भी शिक्षकों को लगातार शासकीय कार्यों के तहत विभिन्न कार्य दे दिए जाते रहे हैं। जिसकी वजह से वह छात्र-छात्राओं को समय नहीं दे पाते हैं। यही कारण है कि छात्र-छात्राओं की पढ़ाई सही तरीके से नहीं हो पा रही है।
वही इस मामले पर स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह ने कहा कि शिक्षकों को गैर शिक्षकीय कार्य से मुक्त करने के निर्देश जारी किए हैं। केवल एक कार्य करना है, जो चुनाव का है क्योंकि यह राष्ट्रीय कार्य है। इसलिए आवश्यकता पड़ने पर उनका उपयोग किया जाता है लेकिन इस बात को ध्यान में रखते हुए की शिक्षा व्यवस्था चौपट ना हो। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए कलेक्टर अधिकारी होता है और वह समय समय पर हर विभाग के अधिकारी को इस काम में लगाता है।
जल्द शुरू होगी 40 हजार नए शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया
शिक्षकों की कमी को लेकर मंत्री विजय शाह ने कहा कि व्यापम के बाद नई भर्ती की गतिविधि यों को रोक दिया गया। लेकिन जब से मैं इस मंत्री पद पर आया हूं। तब से लगातार इस विषय पर काम किया जा रहा है और हम जल्द ही शिक्षकों की भर्ती करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लगभग 40 हजार नए शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी और जो अतिथि शिक्षक हैं उनमें से भी 25% को आरक्षण दिया जाएगा।