बॉलीवुड एक्टर्स के प्रति लड़कियों की दीवानगी के कई किस्से सुनने में आते हैं परंतु उम्र के साथ दीवानगी की कहानियां कम होतीं जातीं हैं। बहुत कम एक्टर होंगे जिनकी महिला फेन की उम्र 60 साल या उससे ज्यादा हो और दीवानगी इस कदर की वो कुछ भी कर जाए। मुंबई की निशि हरीश्चंद्र त्रिपाठी एक ऐसा नाम है जो 60 साल की उम्र में भी संजय दत्त की जबर्दस्त फेन थीं। दीवानगी का आलम यह कि उन्होंने अपनी 10 करोड़ मूल्य की सारी संपत्ति संजय दत्त के नाम कर दी। उनकी मौत के बाद यह खुलासा हुआ।
बाबा बोले- 'मेरे पास कहने को कुछ नहीं'...
बाबा यानि की संजय दत्त को इस बात की भनक भी नहीं थी, लेकिन 29 जनवरी को पुलिस ने उन्हें कॉल कर सारी बात बताई। वह उस वक्त कोलकाता में एक फिल्म फेस्टिवल अटेंड करने गए थे। पुलिस ने उन्हें फोन पर बताया कि निशि नाम की महिला की 62 साल की उम्र में डेथ हो गई है। उन्होंने 15 जनवरी, 2018 को बीमारी के चलते अंतिम सांस ली थी। वह आपकी बहुत बड़ी फैन थी। इसी वजह से वह अपनी सारी प्रॉपटी आपके नाम कर गई है। संजय ये सुनकर हैरान रह गए क्योंकि वह न ही इस महिला को पहचानते थे और न ही कभी मिले थे। संजय ने कहा,मेरे पास कहने के लिए शब्द नहीं हैं, मैं शॉक्ड हूं।
मौत के बाद सामने आया पत्र
निशि के ऐसा करने से उनके परिवार वाले भी सकते में हैं। निशि ने एक पत्र लिखा था जो उनकी मौत के बाद सामने आया है जिसमें उन्होंने मरने के बाद अपना सब कुछ संजय दत्त को देने के इच्छा जताई है। उन्होंने नॉमिनी के तौर पर संजय दत्त का नाम और उनका एड्रेस दिया है।
इमोशनल हुए संजय लिया ये फैसला...
इस घटना से संजय बेहद इमोशनल हो गए, जिसके बाद उन्होंने कहा-मैं निशी त्रिपाठी को नहीं जानता हूं लेकिन मैं इस बात से बहुत भावुक हो गया है। हालांकि, मैं उनके लॉकर, बैंक अकाउंट या प्रॉपटी में से कुछ भी नहीं लूंगा। यह सब उनके परिवार को मिलना चाहिए। इस बात की जानकारी उनके वकील सुभाष जाधव ने दी है।
संजू ने की परिवार की मदद की पेशकश...
वकील ने कहा है कि संजय दत्त ने फैन के परिवार को मदद की पेशकश की है। वह निशी त्रिपाठी द्वारा उनके नाम की गई वसीयत को उनके परिवारवालों को ट्रांसफर कराने की पूरी प्रक्रिया में मदद करने को तैयार हैं। संजय ने बैंक ऑफ़ बड़ौदा, वालकेश्वर ब्रांच को एक लेटर लिखा है जिसमें उन्होंने इस बैंक में जमा निशि की सारी कीमती वस्तुएं और पैसा उनके परिवार को देने की इच्छा जताई है।