
जावा द्वीप के योग्याकार्ता शहर की स्टेट इस्लामिक यूनिवर्सिटी (यूआईएन) ने बुधवार को कहा, बुर्के या नकाब का इस्तेमाल करने वाली 41 छात्राओं को कहा गया है कि अगर वे ग्रेजुएट होना चाहती हैं, तो उन्हें यह पहनावा छोड़ना होगा। इसके लिए उनकी काउंसलिंग कराई जाएगी।यूनिवर्सिटी के रेक्टर युदीन वहीउदी ने कहा, 'बुर्का कट्टरता का उदाहरण है। छात्राओं के बुर्का पहनने से शिक्षण प्रक्रियाएं बाधित होती हैं।
हम मध्यम इस्लाम को आगे बढ़ा रहे हैं और यह नीति छात्रों के लिए सुरक्षात्मक कदम है।' यूआईएन के इस कदम पर हालांकि कई इस्लामिक संगठनों ने नाराजगी जाहिर की है। इस्लामिक डिफेंडर्स फ्रंट ने एक बयान में कहा कि ऐसी नीति का कोई मतलब नहीं है। जबकि एक महिला अधिकार कार्यकर्ता ने कहा कि यह महिलाओं की आजादी है कि वे क्या पहनना चाहती हैं? यह उनकी आजादी को सीमित करने का कदम है।