दुनिया भर की मुस्लिम महिलाएं अब ज्यादा सशक्त नजर आने लगीं हैं। भारत के उत्तरप्रदेश में तीन तलाक के खिलाफ मतदान के बाद अब इरान में भी महिलाओं ने आजादी का आंदोलन छेड़ दिया है। इसे 'अजादेह' (फारसी शब्द जिसका मतलब स्वतंत्र होता है) पुकारा जा रहा है। महिलाएं अपना बुर्का उतारकर फेंक रहीं हैं और अपनी आजादी का ऐलान कर रहीं हैं। वो सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल चुकीं हैं। बता दें कि इरान में इस्लामिक कानून शरिया लागू है, जिसमें महिलाओं को पर्दा रखना प्राथमिक नियम होते हैं।
हालांकि इस तरह की महिलाओं की संख्या बहुत ही कम है। इन मलिहाओं के प्रदर्शनों को ईरान सरकार नोटिस में लिया है। क्योंकि गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर कुछ महिलाओं ने बड़ी संख्या में पुलिस वालों के सामने ही राजधानी में प्रदर्शन किया। इरान के सर्वोच्च नेता अयोतोल्लाह अलि खामनेई ने गुरुवार को ट्वीट किया पश्चिमी देशों के प्रभाव में कुछ महिलाएं यहां अभद्रता की संस्कृति पैदा कर रही हैं। वह अपने हिजाब को उतारकर चौरहों पर फेंक रही हैं।
उन्होंने लिखा कि महिलाओं को पर्दे (हिजाब) में रहने के लिए इस्लाम में रास्ता बताया गया है। महिलाएं जो कर रही हैं उसके लिए इस्लाम में कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा ईरान की महिलाएं आज से खुद को आजाद घोषित करें लेकिन हिजाब के साथ। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से जनवरी में एक जवान महिला बिजली के खंभे में चढ़ी और अपना हिजाब खोलकर हवा में लहराया उससे गलत संदेश गया है।
इस पर महिला का कहना था, वह बहुत तनाव में थी। खंभे पर चढ़ने के बाद उसने अपना हिजाब उतारा और अजादेह (फारसी शब्द है जिसका मतलब स्वतंत्र होता है) चिल्लाई। इसके बाद यहां पर्दा प्रथा के खिलाफ महिलाओं के प्रदर्शन शुरू हो गए।