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नीलामी में बरती गई अनियमितता और खरीददारों द्वारा प्याज की खरीदी में लगाई गई करोडों रूपये की राशि कहां से लाई गई इसकी लिखित शिकायत सयुक्त निर्देशक आयकर तथा आयकर आयुक्त जबलपुर को 8 सितम्बर 2017 को की गई थी। जिसके आधार पर आयकर विभाग की ओर से नीलामी में भाग लेने वाले व्यापारियों तथा अन्य लोगों के संबंध में जांच प्रांरभ कर दी गई है। तत्संबंध में जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम बालाघाट से आयकर विभाग द्वारा खरीददारों का नाम, पता, बैंक एकाउण्ट तथा खरीदी पश्चात किये गये भुगतान की प्रक्रिया के संबंध में जानकारी मांगी गई है।
यह उल्लेखनीय है कि बालाघाट जिले में नीलामी के माध्यम से 2 लाख 42 हजार 665 बोरी प्याज जिसका वजन 138133.39 क्विंटल बताया गया था तथा उसे 3 करोड 514 रूपये में बेचा गया था उक्त प्याज से भरी 2 रेलवे रैंक और ट्रकों के जरिये बालाघाट आई थी। आयकर विभाग को प्रेषित शिकायत में यह उल्लेख किया गया था की प्याज की नीलामी एक सिंडिकेट बनाकर कर दी गई तथा नीलामी में धाधंली की गई जांच किये जाने पर प्याज खरीदने वालों द्वारा नीलामी के माध्यम से प्याज खरीदी में लगाई गई रकम के स्त्रोतों का पता लगाया जाये।
जिला आयकर अधिकारी श्री यू .एस मर्सकोले ने प्याज नीलामी के संबंध में जांच किये जाने की पुष्टि करते हुये अवगत कराया की नागरिक आपूर्ति निगम से वाछिंत जानकारी प्राप्त होते ही प्याज खरीदने वालों से पूछताछ की जायेगी। यह उल्लेखनीय है कि सिडीकेट बनाकर प्याज नीलामी में भाग लेने तथा प्याज को सडी बताकर 20 पैसे प्रतिकिलो के भाव से बेचे जाने की खबर सुर्खियों में छाई हुई थी।