भोपाल। आरती रॉय आत्महत्या कांड के बाद राजधानी का माहौल गर्माया हुआ है। आरोपी दानिश को थाने में कुर्सी देने वाले टीआई मुख्तार कुरैशी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है। मामला 2 बार विधानसभा में भी उठाया जा चुका है। प्रदेश के कई अन्य जिलों में भी प्रदर्शन हो रहे हैं बावजूद इसके अब तक पुलिस मुख्यालय ने पक्षपात के आरोपी टीआई मुख्तार कुरैशी के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया है। पीड़ित पक्ष का टीआई मुख्तार कुरैशी पर आरोप है कि उन्होंने मामले को टालने की कोशिश की। हिरासत में लिए गए आरोपी को थाने में कुर्सी दी गई। मामले को कमजोर करने का प्रयास किया। दुर्गा वाहिनी की कार्यकर्ताओं ने दानिश के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
विधानसभा में बुधवार को राजधानी भोपाल की आरती रॉय की खुदकुशी का मामला फिर उठा। शून्यकाल के दौरान कांग्रेस के रामनिवास रावत और अजय सिंह ने मुद्दा उठाया। रावत ने 'नवदुनिया" दिखाकर मामले की गंभीरता बताते हुए कहा कि गीतांजलि कॉलेज की छात्रा ने छेड़खानी से तंग होकर आत्महत्या कर ली। पूरे शहर और प्रदेश के अन्य जिलों में आंदोलन चल रहे हैं। बच्चियां कॉलेज और स्कूल जाने की हिम्मत नहीं कर पा रही हैें।
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह बोले कि पूरे भोपाल में हाहाकार मचा है। यह पूछा जा रहा है कि क्या बेटी होना कलंक हो गया है। यह विशेष और गंभीर मामला है। पूरे प्रदेश में महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं। इस मुद्दे पर जबरदस्त हंगामा चला, जब आसंदी से काम रोककर चर्चा करने को लेकर कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला तो कांग्रेस ने सदन से बहिर्गमन कर विरोध जताया।
सरकार के जवाब से असंतुष्ट और आसंदी से व्यवस्था नहीं आने पर नेता प्रतिपक्ष सहित कांग्रेस दल ने सदन से यह आरोप लगाते हुए बहिर्गमन कर दिया कि सरकार महिलाओं के लिए चिंतित नहीं है। सदन के बाहर मीडिया से चर्चा में सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री हर मंच से महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं, लेकिन इस मुद्दे पर राजधानी में पिछले तीन दिन से जनता आंदोलन कर रही है।