श्रीमद डांगौरिया। बिटकॉइन, इथेरियम, रिपल और डैश जैसी वर्चुअल करंसी या क्रिप्टोकरंसीज, से होने वाली कमाई पूरी तरह से ब्लैकमनी है। नोटबंदी के बाद 892 प्रतिशत का रिटर्न देने के कारण बिटकॉइन सुर्खियों में हैं परंतु यह पूरी तरह से अवैध करेंसी है, क्योंकि इसके उत्पादक और संचालक ही अज्ञात हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि बिटकॉइन से होने वाली आय पर टैक्स वसूला जाएगा। यदि ऐसा किया गया तो यह बिटकॉइन को भारत में वैद्यता देने जैसा होगा।
क्या होता है इस कारोबार में
इसका एक कारण तो यह है कि बिटकॉइन ट्रेडिंग करने वाले लोगों की पहचान का कभी खुलासा नहीं होता है क्योंकि सिर्फ उनका सिर्फ वॉलिट आईडी लॉगइन होता है। इसलिए बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने वालों की खरीदारी ट्रैक नहीं होती है और वे बेतहाशा रिटर्न कमाने में सक्षम हैं। इस तरह का एक प्लैटफॉर्म, जिसका कोई रेग्युलेशन नहीं है या कोई फुटप्रिंट नहीं है, वह अस्थिर हो सकता है। भारत समेत दुनियाभर के कई देशों ने बिटकॉइन या अन्य वर्चुअल करंसीज को अभी तक कानूनी मान्यता नहीं दी है। अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे कुछ देशों ने बिटकॉइन के इस्तेमाल का समर्थन किया है।
भारत में वर्चुअल करंसी अवैध है
देश में क्रिप्टोकरंसीज के बारे में काफी अटकलें लगाई जा रही हैं। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस साल अपने 1 फरवरी के बजट भाषण में कहा कि क्रिप्टोकरंसीज, वैध मुद्रा नहीं हैं। उन्होंने
एक ही बात को कई बार दोहराते हुए कहा कि रिजर्व बैंक भी कई बार इस पर अपनी राय व्यक्त कर चुका है लेकिन अब तक इसे स्पष्ट रूप से अवैध घोषित नहीं किया गया है।
वित्तमंत्री ने नहीं कहा टैक्स लगेगा
वित्त मंत्री की तरफ से अभी तक यह बात साफ नहीं की गई है कि अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंज पर ट्रेडिंग करते समय क्रिप्टोकरंसीज पर टैक्स लगेगा या नहीं। उन्होंने इस सम्बन्ध में अभी तक कोई ठोस बयान भी नहीं दिया है कि वर्चुअल करंसीज से होने वाले प्रॉफिट या लॉस के साथ क्या किया जाएगा। इसलिए, इनकम टैक्स रिटर्न के लिए क्रिप्टोकरंसीज को लेकर काफी अटकलें लगाई जा रही हैं।
जबकि बैंक बाजार के सीईओ आदिल शेट्टी ब्लैकमनी पर टैक्स जमा करने की सलाह दे रहे हैं। उन्होंने अपने एक लेख में लिखा है कि इन वर्चुअल करंसीज का टैक्सेशन इस बात पर निर्भर करेगा कि आप उनसे होने वाली कमाई का आप कैसे प्रयोग करते हैं।
व्यावसायिक आय के रूप में:
यदि बिटकॉइन से होने वाली आमदनी, ट्रेडिंग के कारण हो रही है तो उसे व्यावसायिक आय माना जाएगा। मान लीजिए, आप नियमित रूप से बिटकॉइन खरीदते और बेचते हैं तो बिटकॉइन की बिक्री से होने वाले मुनाफे को व्यावसायिक आय माना जाएगा और उससे होने वाले नुकसान को व्यावसायिक नुकसान माना जाएगा। टैक्स देनदारियों का पता लगाने के लिए आप अन्य काल्पनिक व्यवसायों के आधार पर इससे होने वाले लाभ या नुकसान को सेट कर सकते हैं।
अन्य स्रोतों से होने वाली आय:
यदि इससे होने वाले प्रॉफिट, इसे एक निवेश के रूप में होल्ड करके रखने पर वैल्यू में वृद्धि के कारण होता है तो इस मुनाफे को अन्य स्रोतों से होने वाली आय माना जाएगा। लेकिन इस अवशिष्ट आय को वेतन, पेशे, मकान संपत्ति से होने वाली आय के साथ जोड़ा नहीं जा सकता है, और इसे ‘अन्य स्रोतों से होने वाली आय’ में शामिल किया जाना चाहिए।
कैपिटल असेट के रूप में:
बिटकॉइन को कैपिटल असेट माना जाना चाहिए यदि आप इसे निवेश के उद्देश्य से खरीदते हैं और यदि आप उसे लम्बे समय तक होल्ड करके रखने के बाद बेचते हैं तो इस लाभ पर किसी अन्य पूंजीगत परिसंपत्ति की तरह पूंजीगत लाभ टैक्स लगेगा। इसलिए यदि आप 36 महीने से कम समय तक बिटकॉइन को होल्ड करके रखते हैं तो इससे होने वाले मुनाफे को अल्पकालिक पूंजीगत परिसंपत्ति माना जाएगा। अल्पकालिक पूंजीगत लाभ के मामले में, बिटकॉइन की बिक्री से होने वाले लाभ पर आपकी टैक्स सीमा के हिसाब से टैक्स लगेगा और साथ में अधिभार और शिक्षा उपकर भी लगेगा। लेकिन 36 महीने से ज्यादा समय तक होल्ड करके रखने पर दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ का नियम लागू होगा और इस पर 20% टैक्स और साथ में अधिभार और शिक्षा उपकर भी लगेगा और इंडेक्सेशन का लाभ भी मिलेगा।
क्या चोरी, लूट या फिरौती से होने वाली कमाई पर टैक्स भरना चाहिए
यदि आप बिटकॉइन या इसके जैसी अवैध करेंसी से होने वाली आय पर टेक्स भरते हैं और सरकार ऐसे टैक्स को स्वीकार करती है तो सवाल यह भी उठता है कि क्या तस्करी, चोरी, लूट या फिरौती जैसी आपराधिक घटनाओं से होने वाली कमाई पर भी टैक्स भरा जा सकता है। क्योंकि सरकार ने बिटकॉइन को अवैध घोषित नहीं किया, सजा का प्रावधान नहीं किया इसलिए लोग आयकर रिटर्न में इससे होने वाली आय पर टैक्स जमा कराकर उसे वैद्य बनाने की साजिश कर रहे हैं। बता दें कि नोटबंदी के बाद बिटाकॉइन में लाखों करोड़ रुपए का निवेश हुआ है। बिटकॉइन के निवेशकों में दिग्गज नौकरशाहों की संख्या सबसे ज्यादा है। इसके अलावा कुछ बड़े कारोबारी और नेता भी बिटकॉइन के निवेशक हैं।