नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश की गोरखपुर सीट पर आए नतीजों ने पूरे देश को चौंका दिया। कोई कुछ भी कहे परंत यह भाजपा के लिए शर्मनाक थे। बाद में खबर आई कि प्रत्याशी चयन में गड़बड़ी हुई। अमित शाह ने गोरक्षनाथ मठ की इच्छा के खिलाफ उपेन्द्र शुक्ला को प्रत्याशी घोषित कर दिया, इसीलिए भाजपा को एतिहासिक पराजय का सामना करना पड़ा। अब यूपी के सीएम एवं गोरक्षनाथ मठ के प्रमुख योगी आदित्यनाथ ने भाजपा की हार का रहस्य बताया है।
मुख्यमंत्री रविवार को राजधानी में एक होटल में आयोजित संवाद कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे थे।उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान जो प्रत्याशी समर्थन और विरोध की चिंता किए बगैर मेहनत करता है तो वह सफल होता है, लेकिन जहां पर प्रत्याशी अति आत्मविश्वास से चुपचाप बैठ जाता है तो परिणाम विपरीत आते हैं। उप चुनाव परिणाम को जनादेश नहीं माना जा सकता है, यह तत्कालिक रूप से संकेत व सबक है।
हालांकि शुक्ला के बचाव में मुख्यमंत्री ने कहा कि शुक्ला ने भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष के रूप में अच्छा कार्य किया, लेकिन दुर्भाग्य से वे चुनाव से ठीक पहले बीमार हो गए। चुनाव में जो समय देना चाहिए था वह नहीं दे पाए। जब प्रत्याशी उपस्थित नहीं होता है तो कार्यकर्ता निष्क्रिय हो जाता है। यह भी हार का एक कारण रहा। गोरक्षनाथ मठ से प्रत्याशी के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जो हुआ, हो गया, आगे की तैयारी करो। कुल मिलाकर योगी ने भी सहमति जताई है कि गोरखपुर में गोरक्षनाथ मठ के दायरे से बाहर निकलकर भाजपा का कोई अस्तित्व नहीं रहेगा।