नई दिल्ली। महाराष्ट्र के पुणे में फैब्रिकेशन वर्कशॉप के मालिक कैलाश रानोजी तौर की हत्या का खुलासा हो गया है। कैलाश की मौत की कहानी पूरी तरह से फिल्मी है। कैलाश ने योजनाबद्ध तरीके से पहले अपनी पत्नी को मायके भेजा फिर जसवंत सतीश सिंह वर्मा (33) को परिवार सहित डिनर पर बुलाया। रात में कैलाश कर्मचारी की पत्नी का बलात्कार करने लगा। जसवंत ने अपनी पत्नी को बचाने के लिए कैलााश पर हमला किया और उसकी मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक, कैलाश दो दिन पहले अपनी पत्नी व बेटे को बीड छोड़कर आया था। रविवार को उसने कर्मचारी वर्मा के परिवार को खाने के लिए घर बुलाया और रात में देर हो जाने के चलते उसने वर्मा से सुबह चले जाने को कहा। जब सब लोग सो गए तो नशे की हालात में कैलाश ने वर्मा की पत्नी के साथ बलात्कार करने का प्रयास किया।
एक झटके में खत्म हो गई कैलाश की कहानी
अपनी पत्नी की चीख सुनकर उठे वर्मा ने उसे बचाने के लिए कैलाश के सिर पर भारी वस्तु से वार किया। वार इतना जोरदार था कि आरोपी की एक बार में ही जान चली गई। कैलाश की मौत हो जाने से दोनों घबरा गए और दहशत में दोनों चुपचाप घर से निकल गए।
लाश छोड़कर घर चला गया था कर्मचारी
दूसरी सुबह जब कैलाश का नौकर घर पहुंचा, तो उसने पुलिस को घटना की सूचना दी। स्थानीय लोगों से पुलिस को पता चला कि आखिरी बार वर्मा कैलाश के घर आया था। पुलिस ने वर्मा को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने पूरी कहानी बयां कर दी।
गुमराह करने के लिए फैला दी थी घर में मिर्ची
हत्याकांड को अंजाम देने के बाद वर्मा ने घर में मिर्ची पाउडर फैला दिया था, ताकि पुलिस को गुमराह किया जा सके। शुरुआत में सब यही मानकर चल रहे थे कि चोरी के चलते कैलाश की हत्या की गई, लेकिन पुलिस ने जल्द ही सब कुछ साफ कर दिया।