जबलपुर। अधारताल के बजरंग बाड़ा में सोमवार की सुबह 13 साल की बच्ची प्रिया ठाकुर की गला रेतकर हत्या करने का 32 वर्षीय आरोपी अनुज कोरी उसे मन ही मन पसंद करता था। उसे प्रिया का मोहल्ले के अन्य बच्चों के साथ खेलना पसंद नहीं था। उसने कई बार प्रिया को ऐसा करने से टोका भी था। एक-दो बार उसने मासूम पर थप्पड़ भी मारे थे। लेकिन प्रिया के पिता वेदप्रकाश ठाकुर और मां को आरोपी अनुज के इरादों की भनक नहीं थी। वह यह समझते रहे कि वह प्रिया की भलाई के लिए ऐसा कर रहा है।
वारदात की एक रात पहले रविवार रात भी अनुज शराब पीने के बहाने प्रिया से मिलने उसके घर पहुंचा था। लेकिन बच्ची के पिता ने नवरात्र चलने का हवाला देते हुए शराब पीने से मना कर दिया। जिसके बाद आरोपी ने अपने घर में आकर शराब पी और प्रिया से मिलने के लिए उसके घर के पीछे स्थित एक संकरे गलियारे में लगे पर्दे के पीछे छिपकर बार-बार बच्ची को अपने पास बुलाने का इशारा करता रहा। लेकिन प्रिया ने ध्यान ही नहीं दिया। जिस कारण अनुज रातभर पर्दे के पीछे ही छिपा रहा और नशे की गोलियां खाता रहा।
प्रिया की सहेली ज्योति को देखते ही बौखलाया
सुबह प्रिया की सहेली पड़ोस में रहने वाली ज्योति उसे देवी मंदिर चलने के लिए उठाने पहुंची तो उसे देख अनुज बौखला गया। अनुज को प्रिया का ज्योति से मेलजोल पसंद नहीं था। इसी बीच प्रिया जैसे ही बाथरूम में घुसी मौका देख अनुज भी वहां पहुंच गया और उसे धमकाने लगा। बच्ची ने चीखने की कोशिश की तो नशे में धुत्त अनुज ने चाकू से उसका गला रेत दिया। ये बातें बच्ची की हत्या के आरोपी अनुज ने पूछताछ में अधारताल पुलिस को बताई हैं।
टॉफियां और गिफ्ट देता था
आरोपी अनुज कोरी प्रिया को टॉफियां देता था और कई बार उसके लिए गिफ्ट भी लेकर आया। लेकिन प्रिया इतनी छोटी थी कि वह कुछ समझ नहीं पाती थी।
बिगड़ी पुलिस की गाड़ी, आरोपियों ने की भागने की कोशिश
बजरंग बाड़ा निवासी प्रिया ठाकुर की हत्या के आरोपी अनुज कोरी और मेट्रो बस के ड्राइवर मुन्ना पटेल की हत्या के आरोपी राहुल गौतम और शुभम उर्फ चंदन को पुलिस मंगलवार की दोपहर 3 बजे कोर्ट में पेश करने के लिए थाने से लेकर रवाना हुई। लेकिन थाने से चंद कदम के फासले पर ही पुलिस की गाड़ी बिगड़ गई। जिस पर पुलिस ने आरोपियों को गाड़ी से नीचे उतारा और खराबी का पता लगाने लगी। इसी बीच मौका पाकर तीनों आरोपियों ने भागने की कोशिश की, लेकिन पहले से सतर्क एएसपी शहर राजेश तिवारी और स्टाफ ने उन्हें घेरकर पकड़ लिया।
पब्लिक ने घेरकर पीटा, पुलिस ने निकाला जुलूस
भागने की कोशिश कर रहे हत्या के आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा तो वे धक्का-मुक्की करने लगे। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान आसपास के लोग मौके पर जुट गए। पब्लिक ने जैसे ही आरोपियों का चेहरा देखा तुरंत पहचान गए। इसके बाद पुलिस और पब्लिक ने तीनों आरोपियों की जमकर पिटाई की। इसी दौरान एसपी के आदेश पर पुलिस ने आरोपियों का जुलूस निकाल दिया। रास्ते में पुलिसकर्मी और महिलाएं आरोपियों को पीट रही थीं। कुछ महिलाओं की आंख में आसू भी थे। उन्होंने कहा कि आरोपी को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। बाद में पुलिस ने आरोपियों को जीप में बैठाकर कोर्ट पहुंचाया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।