नई दिल्ली। राजस्थान में राजपूती शान के लिए एक विवाहित की हत्या कर दी गई। हत्या विवाहित के ससुर ने की क्योंकि बहू नौकरी करती थी और उसे यह पसंद नहीं था। उसका कहना है कि राजपूतों की बहुएं नौकरी नहीं करतीं। हत्या की ये सनसनीखेज वारदात अलवर जिले की है। जहां शाहजहांपुर की एक कंपनी में काम करने वाली महिला उषा देवी की सरेआम तलवार से गर्दन काट कर हत्या कर दी गई। उस वक्त वहां मौजूद लोग केवल तमाशा देखते रहे लेकिन किसी ने महिला को बचाने की हिम्मत नहीं दिखाई।
खाटू श्याम मंदिर के पास कत्ल की इस वारदात को अंजाम दिया गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला का शव को शाहजहांपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की मोर्चरी में रखवा दिया। मृतका के परिजनों को सूचना दी गई। 32 वर्षीय उषा, मुकेश राजपूत की पत्नी थी। मुकेश सेटरिंग का काम करता है। उनके दो बच्चे हैं।
महंगाई के दौर में घर चलाने के लिए दोनों पति पत्नी मेहनत मजदूरी कर घर चला रहे थे लेकिन मामराज नामक बुजुर्ग की दकियानूसी सोच ने हंसते खेलते परिवार को उजाड़ दिया। पुलिस को छानबीन में पता चला कि मृतका के ताया ससुर मामराज ने हत्या को अंजाम दिया है। उसे राजपूत समाज की बहू का नौकरी करना पसंद नहीं था।
इसलिए उसने झूठी शान के लिए अपने घर की पुत्र वधु को सरेआम मौत के घाट उतार दिया। थानाधिकारी ने बताया कि उषा की हत्या के मामले में जांच की जा रही है। प्रारम्भिक जांच में सामने आया है कि मामराज ने हत्या की है। जो सनकी किस्म का व्यक्ति है। वो उषा के फेक्ट्री में काम करने से नाराज था। इस बात को लेकर कई बार में उनके घर में झगड़े भी हो चुके थे।