भोपाल। इसी साल आ रहे विधानसभा चुनावों में भाजपा की तरफ से सीएम शिवराज सिंह चौहान चुनावी चेहरा तो होंगे लेकिन इस बार उन्हें 2013 की तरह फ्रीहेंड नहीं मिलेगा। सभी महत्वपूर्ण फैसले अमित शाह की टीम लेगी। यहां तक कि टिकट वितरण का काम भी अमित शाह की टीम देखेगी। सूत्रों का कहना है कि इस बार अमित शाह की टीम प्रदेश में कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेकर हर विधानसभा क्षेत्र से पांच नामों का पैनल तैयार करेगी। इसी में से किसी एक को टिकट दिया जाएगा।
भाजपा के राष्ट्रीय सहसंगठन मंत्री सौदान सिंह भोपाल आ रहे हैं। वो 21 मार्च को सीएम समेत प्रदेश पदाधिकारियों और संघ नेताओं के साथ अगले चुनावों की रणनीति पर मंथन करेंगे। तय किया गया है कि चुनाव से आठ महीने पहले ही हर विधानसभा क्षेत्र में जाकर कार्यकर्ताओं समेत समान विचारधारा वाले लोगों से चर्चा कर पांच नामों का एक पैनल तैयार किया जाएगा। इस पैनल में से ही प्रत्याशी का चयन किया जाएगा। महत्वपूर्ण यह है कि यह काम अमित शाह की पर्सनल टीम करेगी। सौदान सिंह इसी प्लान को लेकर पदाधिकारियों से चर्चा करेंगे।
संगठन सूत्रों की माने तो पहले राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल को भोपाल आना था पर उनकी व्यस्तता के चलते अब सौदान सिंह यह बैठक लेने आ रहे हैं। इसके अलावा भाजपा के सभी दस संभाागों में संभागीय संगठन मंत्रियों को भी भोपाल बुलाया गया है। इनके साथ भी समीक्षा बैठक की जाएगी।
गुजरात फार्मूले पर होगा काम
भाजपा इस बार प्रदेश में गुजरात में हाल ही में अपनाए गए फार्मूले पर काम करेगी। गौरतलब है कि गुजरात में पार्टी से इतर राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अपनी सौ लोगों की टीम भेजी थी। जिसने विधानसभावार काम कर प्रत्याशी चयन के सर्वे से लेकर लोकल लेवल पर फैली एंटीइनकमबेंसी को कम करने के उपाय सुझाए थे। यह टीम सीधे शाह के आफिस को रिपोर्ट करती थी। इसी फार्मूले को इस बार प्रदेश में लागू करने पर विचार किया जा रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव में भी पार्टी के तत्कालीन संगठन महामंत्री अरविंद मेनन ने 40 पेड वर्करों की टीम को काम पर लगाया था।