
जूनी इंदौर इलाके में रहने वाले एक व्यापारी की पत्नी अपनी 9 साल की बेटी व 12 के बेटे को ट्रेजर आईलैंड घूमने आई थी। वे मॉल घूमते हुए पांचवींं मंजिल स्थित प्ले जोन में पहुंचे थे। बच्चों ने जिद की थी कि ऊपर (पांचवी मंजिल) वर्चुअल गेम जोन है। वहां पर चश्मा और मास्क लगाकर जाते हैं। बच्चों की जिद को पूरा करने के लिए मां वहां ले गई। भाई-बहन ने टिकट लिया, मास्क और चश्मा लगाकर अंदर चले गए। अपना-अपना गेम खेलने के लिए भाई-बहन अलग-अलग हो गए थे।
लहूलुहान बच्ची चीखते हुए बाहर आई
गेम खेलते-खेलते बच्ची आरोपी अर्जुन के करीब पहुंच गई। तभी अर्जुन ने उसका हाथ पकड़ा और कोने में ले गया। बच्ची ने खुद को असहज महसूस किया। मास्क और चश्मा निकालकर देखा तो वह घबरा गई। रोने और चीखने लगी। कुछ देर बाद लहूलुहान बच्ची रोते हुए बाहर आई तो वहां मौजूद हर शख्स सन्न रह गया। बच्ची ने कराहते हुए शब्दों और कंपकंपाती उंगली से दरिंदे कर्मचारी अर्जुन की तरफ इशारा किया तो मां ने तुरंत उसे पकड़ लिया और धड़ाधड़ चांटे मारे। खींचकर उसे पुलिस के पास ले जाने का प्रयास किया। बच्ची उस दरिंदे की हरकत से इतना सदमे में आ गई कि बाउंसर जब उसके पास आए तो वह अपना जैसे आपा खो बैठी... चिल्लाने लगी... बोली... मां प्लीज इनको मुझसे दूर करो... मुझे बहुत डर लग रहा है...। मां ने बच्ची को सीने से लगाकर सहलाया और चिल्लाते हुए बाउंसर को दूर जाने के लिए बोल दिया।
बच्ची अस्पताल में भर्ती
अर्जुन को जब मां ने पीटा और वहां मौजूद अन्य लोगों को पता चला तो उन्होंने भी जमकर अर्जुन की धुनाई की। थाना प्रभारी आरके यादव बदमाश को पकड़कर थाने ले आई। इस दौरान पीड़ित परिवार के लोग भी थाने पहुंचे और मामले में आरोपी के खिलाफ केस दर्ज करवाया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं बच्ची को एमवाय अस्पताल में मेडिकल करवाया।
मॉल में पहले छात्रा के साथ हो चुकी ही घटना
इसी मॉल में पहले भी 11 वीं क्लास की छात्रा के साथ एक घटना हो चुकी है। अन्नपूर्णा इलाके में रहने वाली छात्रा मॉल में कपड़े खरीदने गई थी। छात्रा चेजिंग रूम में कपड़े बदल रही थी। इस दौरान वहीं काम करने वाले कर्मचारी ने चेंजिंग रूम में मोबाइल फोन डालकर उसका वीडियो बनाने का प्रयास किया। छात्रा को इसका पता चला तो उसने शोर मचाया। इसके बाद युवती की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था।
गेमिंग जोन हमेशा के लिए बंद
घटना को लेकर टीआई मॉल के मालिक पिंटू छाबड़ा से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि वे सूरत में हैं। मॉल में बच्ची के साथ ऐसी घिनौनी हरकत ने उन्हें हिलाकर रख दिया है। इसलिए उन्होंने गेमिंग जोन हमेशा के लिए बंद करने का निर्णय लिया है। मॉल के हर कर्मचारी का पुलिस वेरिफिकेशन है। यदि गेमिंग जोन में कर्मचारी का पुलिस वेरिफिकेशन नहीं हुआ है तो इसके लिए भी एक्शन होना चाहिए। पुलिस को आरोपी युवक के साथ गेम जोन के मैनेजमेंट पर भी सख्त कार्रवाई करना चाहिए।