भोपाल। गुना की कोतवाली में भाजपा और पुलिस के बीच विवाद हो गया। मामला एक युवक को पूछताछ के लिए बुलाने से शुरू हुआ। सबसे पहले युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष सुशील दहीफले और तीन सिपाहियों के बीच विवाद हुआ फिर भाजपा के कई नेता कोतवाली घेरने आ गए। इधर पुलिस बल भी सामने आ खड़ा हुआ। दहीफले ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया। अस्पताल में दाखिल किया तो युवा मोर्चा नेता गायब हो गया। एसपी ने तीन सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया है। भाजपा नेताओं के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया है। अब भाजपा के जिलाध्यक्ष बैकफुट पर हैं।
गुना पुलिस अधीक्षक निमिष अग्रवाल के अनुसार कोतवाली थाना पुलिस ने किसी मामले में संदिग्ध को पूछताछ के लिए बुलाया था। तभी भाजयुमो के जिलाध्यक्ष सुशील दहीफले अन्य साथियों को लेकर थाना पहुंचे और संदिग्ध का वीडियो बनाने के लिए थाने में मौजूद स्टाफ पर दबाव बनाया। उन्होंने गैरकानूनी बताकर वीडियो बनाने से मना किया। जिसको लेकर पुलिस और भाजयुमो के बीच धक्का-मुक्की हुई।
वहीं जिला भाजपा नेताओं ने बताया कि पुलिस भाजयुमो के पदाधिकारियों को थाने में बंद कर पीटा। इस घटना के बाद भाजपा नेताओं ने थाने का घेराव किया। स्थिति संभालने के लिए एसपी ने तत्काल 3 सिपाहियों को निलंबित किया। दोनों पक्षों पर मामला दर्ज किए गए। देर रात भाजयुमो नेता दहीफले को अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया गया कि जहां वे वह फरार हो गया है।
गुना भाजपा जिलाध्यक्ष राधेश्याम पारीख के अनुसार मामला शांत हो गया है। जांच की जा रही है। इधर भाजयुमो के साथ मारपीट की प्रदेश नेतृत्व को खबर नहीं है। गुना भाजपा के नेता ने बताया कि घटना की जानकारी मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष अभिलाष पाण्डेय को दी गई, लेकिन उनकी तरफ से कोई मदद नहीं की गई। मोर्चा के मीडिया प्रभारी शिवम तिवारी ने बताया कि उन्हें घटना की कोई जानकारी नहीं है।