भोपाल। प्रदेश में महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध और छेड़छाड़ की घटनाओं पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सख्ती दिखाई है। रविवार को पुलिस कमिश्नर और पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिग में सीएम ने कहा, अब मुझे सिर्फ एक्शन चाहिए। गर्ल्स कॉलेज, हॉस्टल सभी जगह पुलिस सक्रिय दिखनी चाहिये। मुझे एक्शन और सिर्फ एक्शन चाहिए। सात दिन का समय देता हूं। रिजल्ट आने चाहिए। सुधार नही हुआ तो आईजी, डीआईजी, एसपी सबको हटा दूंगा।
इसके साथ ही सीएम ने भोपाल, धार, पन्ना मे पुलिस कार्रवाई पर कहा कि मेरे कहने के बाद ही पुलिस क्यों सक्रिय होती है। रविवार को प्रदेश के बड़े पुलिस अफसरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सीएम ने कड़े तेवर अपनाए। उन्होंने अधिकारियों से दो टूक कहा है, मुझे सिर्फ और सिर्फ एक्शन चाहिए, किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी। सीएम ने सख्त चेतावनी दी है, कि सात दिन में व्यवस्थाओं में सुधार होना चाहिए। सीएम ने कहा कि महिलाओं के साथ छेड़छाड़ या अपराध करने वाले अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
हर दिन 15 बेटियां हैवानियत का शिकार
मप्र देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जहां ज्यादती की घटनाओं में पांच हजार का आंकड़ा पार हो गया है। 2017 में 5310 ज्यादती की घटनाएं प्रदेशभर के थानों में दर्ज हुई हैं। यानी हर दिन करीब 15 बेटियां ज्यादती की शिकार हुईं। साल 2016 के मुकाबले 2017 में यहां महिलाओं और नाबालिगों से ज्यादती की घटनाओं में 8.76 फीसदी का इजाफा हुआ है। वर्ष 2015 के मुकाबले 2016 में ज्यादती के मामले 11.18 फीसदी बढ़ोतरी हुई। हालांकि 2017 में यह करीब ढाई फीसदी घट गई है।
सीएम से पहले, प्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह कह रहे हैं कि छेड़छाड़, ज्यादती की घटनाएं नहीं रुकी तो अफसरों को खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ऐक्शन...ऐक्शन...ऐक्शन... और सिर्फ़ ऐक्शन। बहनों और बेटियों के साथ किये जाने वाले अपराध को रोकने के लिए प्रदेश पुलिस को मेरा मंत्र... pic.twitter.com/saAcAAEnAj— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) March 18, 2018