सिहोरा। सिहोरा थाना अंतर्गत NH-7 ग्राम धनगवां में यात्री बस ने एक 6 साल की मासूम को कुचल दिया जिससे मासूम की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। राष्ट्रीय राजमार्ग 7 के किनारे बसे ग्राम धनगवा में जबलपुर से कटनी की ओर जा रही तिवारी ट्रेवल्स की बस क्रमांक MP20 PA 0359 के चालक ने सड़क किनारे खेल रही सुहानी पिता सन्तोष पटेल(चिप्पा) (6वर्ष) को तेज रफ्तार टक्कर मारकर कुचल दिया जिसमें मासूम से ऊपर से ही बस गुजर गई और सड़क पर मांस और खून के छींटे बिखर गए।
घटना में मासूम का शव बुरी तरह छत विक्षत हो गया। यह सड़क हादसा इतना हृदय विदारक था कि हर कोई राहगीर शव को देखकर मुंह फेर लेता था जिससे देखने का कोई साहस नही जुटा पा रहा था। जिसे कपड़े से ढंक कर हाइवे में ही रख कर आक्रोशित ग्रामीणों ने जाम लगा दिया, जाम करीब तीन घण्टे तक लगा रहा जिससे हाइवे में दोनों तरफ करीब 3 किमी लम्बा जाम लगा रहा जिसमे एम्बुलेंस जैसे कई जरूरी वाहन और आमजन को बहुत ही परेशानी झेलनी पड़ी।
वहीं घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस अधिकारी और सिहोरा एसडीएम उमा महेश्वरी के समझाने पर लोगों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने तैयार हुए जिसके बाद जाम खुला। जबकि बस चालक वाहन के साथ कटनी की ओर भाग निकला और स्लीमनाबाद थाने में बस को खड़ा कर दिया। इस पूरी घटना में ग्राम के सरपंच ने पब्लिक को उकसाने का काम करते नजर आए जहां एक ओर प्रशासनिक अधिकारी आक्रोशित जनों को समझाने और हर संभव मदद करने ,साथ ही स्पीड ब्रेकर बनाने का आस्वासन देकर शांत करते रहे वही सरपंच राजकुमार सभी मांगो को शव को उठाने के पहले ही पूरा करने के लिए लोगो को उकसाते रहे। जिसकी वजह से भी भीड़ को शांत करने में व्यवधान होता रहा।
तीन घण्टे जाम में लगी वाहनों की लंबी कतार
शाम 6 बजे हुई घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने राष्ट्रीय राजमार्ग सड़क पर जाम लगा दिया जिससे वाहनों की आवाजाही रुक गई ग्रामीणों की मांग है कि राजमार्ग निर्माण के दौरान बायपास बनाया जा रहा है जिसके चलते लगातार गुजर रहे वाहनों की रफ्तार बहुत तेज होती है जिसकी वजह से आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं।
वही ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि प्रशासनिक अधिकारियों को लगातार सूचित करने के बाद भी सड़कों पर ना तो ब्रेकर बनाए गए ना ही स्टॉपर लगाए गए ग्रामीणों ने बताया कि विगत दिनों भी होली त्यौहार पर एक ट्रक तेज रफ्तार मंदिर में जा घुसा था लेकिन देर रात उस ट्रक के मंदिर में घुसने के कारण कोई बड़ी घटना नहीं हो पाई।
ग्रामीणों के आरोप
ग्राम के लोगों ने बताया कि बार-बार शिकायत करने के बाद भी प्रशासनिक अधिकारी ग्रामीणों की मांगें नहीं मान रहे हैं । आक्रोशित ग्रामीणों ने घटना के बाद अपनी मांगों को लेकर जाम भी लगाया। घटना की जानकारी लगते ही मौके पर अनुविभागीय अधिकारी उमा महेश्वरी सिहोरा थाना प्रभारी संजय दुबे पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची और उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन देते हुए आवागमन सुगम करने के लिए कहा। लोगों ने कहा कि हमारी मांगों को पूरा करने के लिए हमें लिखित आश्वासन चाहिए जिसके बाद ही आवागमन सुगम हो सकेगा
तीन घंटे तक लगा रहा जाम
घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 7 करीब तीन घंटे तक बाधित रखा घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाइश देते हुए जाम को समाप्त करने की अपील की वहीँ पुलिस बल देर से पहुँचने पर ग्रामीणों का आक्रोश झेलना पड़ा।