आकाशमंडल मे देवताओं के गुरु धर्म और मोक्ष के स्वामी ज्ञान के दाता धन मान और प्रतिष्ठा के कारक गुरुदेव आकाश मे वक्री हो रहे है, जब भी कोई ग्रह वक्री होता है उससे मिलने वाले प्रभाव मे परिवर्तन आता है। चूंकि गुरुदेव धन ज्ञान वरिष्ठजन तथा धर्म के स्वामी है उत्तरदिशा के कारक है,उनके वक्री होने से विश्वस्तर पर राजनीति, मौसम, व्यापार तथा सभी राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा इसका अध्ययन करते है। जब भी कोई अशुभ ग्रह जैसे शनि, मंगल परिवर्तन करता है तो कष्टकारी होता है, जबकि शुभ ग्रह जैसे शुक्र, गुरु, बुध जब वक्री होते है तो शुभ परिणाम मिलते है, इसीलिये गुरु के वक्री होने पर अर्थ (वित्त) ज्ञान,धर्म के क्षेत्र मे शुभ परिणाम देगा।
गुरुदेव अपने शत्रु शुक्र की मूलत्रिकोण राशि मे है,गुरु की राशि मे शनिदेव पहले से ही विद्यमान है साथ ही मंगलदेव भी गुरु की राशि मे आ गये है,इसीलिये युद्ध, रक्षा, न्याय, विदेश तथा आर्थिक क्षेत्र मे विशेष परिवर्तन के योग बनेंगे। उत्तर दिशा मे स्थित देश जैसे चीन,रूस आदि मे युद्ध के लिये खास सहमति बनेगी। धर्म के क्षेत्र मे विश्वस्तर मे शुभ परिणाम का योग। भारत मे वित्तीय क्षेत्र मे हो रहे घोटालो को लेकर खास परिवर्तन का योग। भारत मे बिभिन्न धर्मगुरुओं के बीच आपसी सौहार्द का वातावरण बनेगा।
मेष-मान,प्रतिष्ठा मे वृद्धि का योग,राज्यपक्ष से मदद मिलेगी,मांगलिक कार्यों के योग बनेंगे।
वृषभ-आर्थिक समस्याओं का निराकरण होगा,विवादित समस्याओं का निराकरण प्राप्त होगा।
मिथुन-मांगलिक कार्य,शिक्षा
संतान से जुड़े कार्यों मे सफलता प्राप्ति के योग,आमदनी के स्त्रोत अच्छा लाभ देंगे।
कर्क-सामाजिक मान सम्मान मे वृद्धि का योग,कर्मक्षेत्र मे खास सफलता प्राप्ति का योग।
सिंह-भाग्यपक्ष से विशेष लाभ प्राप्ति का योग,परिवार मे शुभ मांगलिक कार्य सम्पन्न होंगे।
कन्या-संचित धन वृद्धि का योग,आर्थिक क्षेत्र मे शुभ परिणाम प्राप्ति का योग।
तुला-स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखे,खानपान मे संयम बरतें,रोग,ऋण,शत्रु से सतर्क रहें।
वृश्चिक-आर्थिक समस्याओं मे चिंतन होगा,शिक्षा,संतान,मित्रवर्ग के कार्य मे खास सफलता का योग।
धनु-मानवृद्धि का योग,राज्य,शिक्षा,ज्ञान आदि से लाभ का योग,आर्थिक क्षेत्र मे खास सफलता का योग।
मकर-कर्मक्षेत्र मे आर्थिक क्षेत्र मे संयम से कार्य करें,मान सम्मान स्वागत आदि के चक्कर मे न पड़े,काम पड़ ध्यान दें।
कुम्भ-आर्थिक क्षेत्र मे खास सफलता का योग,व्यापार मे भाग्यवर्धक सफलता प्राप्ति का योग।
मीन-जटिल कार्यों मे समय व्यतीत होगा,आर्थिक कार्यों मे माथापच्ची होगी।