भोपाल। मुख्यमंत्री की नर्मदा यात्रा समेत अन्य कार्यक्रमों के प्रचार-प्रसार पर करोड़ों रूपए खर्च करने के मामले पर शुक्रवार को कांग्रेस ने विधानसभा में जमकर हंगामा किया और सरकार पर गलत उत्तर देने के भी आरोप लगाए। सत्ता पक्ष ने इसका तीखा प्रतिवाद किया। सरकार पर सही उत्तर न देने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस विधायक गर्भगृह में आकर नारेबाजी करने लगे। जिसके चलते अध्यक्ष ने विधानसभा की कार्यवाही दस मिनट के लिए स्थगित कर दी।
सरकार के प्रसार-प्रसार पर खर्च को लेकर कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह और जीतू पटवारी ने सवाल लगाए थे। जयवर्धन ने कहा कि उन्होंने इलैक्ट्रानिक मीडिया सहित सभी प्रचार माध्यमों में शासकीय योजनाओं के प्रचार- प्रसार में खर्च की जानकारी मांगी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने नर्मदा सेवा यात्रा के प्रचार-प्रसार में 21 करोड़ की राशि खर्च कर दी। उन्होंने कहा कि उत्तर में 140 करोड़ प्रदेश की बाहर की कंपनियों को प्रचार-प्रसार के लिए देने की जानकारी दी गई है। जयवर्धन ने मांग की कि सरकार इन कंपनियों के नाम उजागर करे।
भाजपा कार्यकर्ताओं को पत्रकार कोटे में उपकृत कर रही है सरकार
कांग्रेस का आरोप था कि मीडिया के नाम पर सरकार भाजपा कार्यकर्ताओं को उपकृत कर रही है। इसका भाजपा के भूपेन्द्र सिंह समेत कई विधायकों ने तीखा प्रतिवाद किया। कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने सबसे पहले अपने प्रश्न में छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए कहा कि यह किसके अधिकार से किया। उन्होंने कहा आरोप लगाया कि पत्रकारों के नाम पर भाजपा कार्यकर्ताओं को उपकृत किया जा रहा है।
इसका भाजपा की ओर से मंत्री उमाशंकर गुप्ता, भूपेन्द्र सिंह, लाल सिंह आर्य, रामेश्वर शर्मा समेत अन्य विधायकों ने विरोध किया। इस पर कांग्रेस के विधायक सदन में सही जानकारी न देने का आरोप लगाते हुए गर्भगृह में आ गए। नारेबाजी बढ़ने पर अध्यक्ष ने कार्यवाही स्थगित कर दी।