भोपाल। मध्यप्रदेश में इस बार का विधानसभा चुनाव काफी रोचक रहेगा। सीएम शिवराज सिंह समेत भाजपा के सामने बड़ी चुनौती है। सत्ताविरोध के कारण स्थितियां प्रतिकूल हैं। अब तक शिवराज सिंह ही भाजपा के सारे फैसले किया करते थे परंतु अब अमित शाह की टीम आ रही है। इससे पहले शहडोल के संभागीय संगठन मंत्री संतोष त्यागी को भोपाल बुला लिया गया है। बता दें कि राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सौदान सिंह भोपाल आने वाले हैं। वो 3 दिन तक यहां रहेंगे।
कहा जा रहा है कि भाजपा में कई संभागों के संभागीय संगठन मंत्रियों के प्रभारों में फेरबदल होने की संभावना है। शहडोल के संभागीय संगठन मंत्री संतोष त्यागी लंबे समय से संगठन मंत्री हैं। वे पहले नरसिंहपुर और होशंगाबाद समेत कई जिलों में काम कर चुके हैं। बताया जाता है कि उन्हें स्थानीय नेताओं से पटरी नहीं बैठने के कारण हटाया गया है। त्यागी के अलावा सागर संभाग के संगठन मंत्री आशुतोष त्यागी, रीवा संभाग के संगठन मंत्री जितेन्द्र लिटौरिया के प्रभारों में भी फेरबदल की चर्चाए हैं।
लिटोरिया को रीवा की जगह अब चंबल संभाग का प्रभार दिया जा सकता है। अभी तक ग्वालियर और चंबल संभाग का काम शैलेन्द्र बरूआ देख रहे हैं। उन्हें सिर्फ ग्वालियर संभाग तक सीमित किया जा सकता है। आशुतोष त्यागी चित्रकूट विधानसभा चुनाव में संगठन का पूरा काम देख रहे थे। यहां मिली हार के बाद संगठन उनके काम से खुश नहीं बताया जा रहा है। इसी तरह होशंगाबाद के संगठन मंत्री श्याम महाजन को भी पार्टी किसी अन्य काम में लगा सकती है।
चन्द्रशेखर झा ने भाजपा के काम से इंकार किया
अतुल राय को महाकौशल और विंध्य का प्रभार दिए जाने से नाराज होकर संगठन का काम छोड़ने वाले संघ के पूर्णकालिक और रीवा के संभागीय संगठन मंत्री रहे चन्द्रशेखर झा को फिर सक्रिय करने के लिए संगठन ने उनसे संपर्क किया था परंतु झा ने अब भाजपा का काम करने से इंकार कर दिया। सूत्रों की माने तो वे झाबुआ जिले में एक आश्रम चला रहे हैं और अब वहीं रहकर कम करने की बात उन्होंने कही है। झा लंबे समय तक विभिन्न संभागों का काम देखते रहे हैं पर अपनी वरिष्ठता को नजरअंदाज किए जाने से वे रीवा से अचानक चले गए थे।
भोपाल, छिंदवाड़ा और जबलपुर पर भी विचार
सौदान सिंह के साथ संघ नेताओं की बैठक में भोपाल, जबलपुर और छिंदवाड़ा में संभागीय संगठन मंत्रियों की तैनाती पर भी विचार किया जाएगा। जबलपुर और छिंदवाड़ा में अभी कोई संगठन मंत्री नहीं है। महाकोशल का पूरा काम प्रदेश सहसंगठन महामंत्री अतुल राय देख रहे हैं। वहीं भोपाल संभाग का काम संगठन महामंत्री सुहास भगत खुद देख रहे हैं। माना जा रहा है कि संघ की ओर से कुछ नए चेहरे भी शामिल किए जा सकते हैं।